Edited By Tanuja,Updated: 29 Jul, 2018 04:42 PM
मिस्र के एक चिड़ियाघर में पर्यटकों को लुभाने के लिए नकली जेब्रा (दरियाई घोड़ा) रखने का मामला सामने आया है। पर्यटकों को उस समय बड़ी हैरानी हुई जब उन्होंने जेब्रा देखा और उसके नकली होने की चोरी पकड़ ली...
काहिराः मिस्र के एक चिड़ियाघर में पर्यटकों को लुभाने के लिए नकली जेब्रा (दरियाई घोड़ा) रखने का मामला सामने आया है। पर्यटकों को उस समय बड़ी हैरानी हुई जब उन्होंने जेब्रा देखा और उसके नकली होने की चोरी पकड़ ली । दरअसल जू में एक गधे पर धारियां पेंट की गई थीं ताकि वह ज़ेब्रा की तरह दिखे। गधे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मिस्र ने ऐसी किसी घटना से इंकार किया है। काहिरा के इंटरनैशनल गार्डन म्युनिसिपल पार्क में घूमने के बाद महमूद सरहान नामक छात्र ने फ़ेसबुक पर इसकी तस्वीरें डाली थीं।गधे की छोटी लंबाई होने के अलावा उसके नोकदार कान थे और उसके मुंह पर काले छब्बे थे। इसके बाद विशेषज्ञों की जानवरों पर टिप्पणी के साथ तस्वीरें वायरल होने लगीं।
स्थानीय समाचार समूह एक्स्ट्रान्यूज़.टीवी से एक पशु चिकित्सक ने कहा कि ज़ेब्रा का आगे का मुंह काला होता है जबकि इसकी धारियां समानांतर होती हैं। सरहान ने एक्स्ट्रान्यूज़ से कहा कि बाड़े में दो जानवर थे और दोनों को रंगा गया था। ज़ेब्रा की नाक और आगे मुंह का हिस्सा काला होता है और उसके कान गधे से छोटे होते हैं। स्थानीय रेडियो स्टेशन नोगूम एफ़एम ने जब चिड़ियाघर के निदेशक मोहम्मद सुल्तान से संपर्क किया तो उन्होंने ज़ोर देते हए कहा कि जानवर नकली नहीं था।
यह कोई पहली बार नहीं है जब किसी चिड़ियाघर पर पर्यटकों को बेवकूफ़ बनाने का आरोप लगा है। इसराईली नाकेबंदी के दौरान 2009 में गाजा के चिड़ियाघर पर 2 गधों को ज़ेब्रा की तरह पेंट करने का आरोप लगा था। 2012 में गाजा के एक अन्य चिड़ियाघर पर मृत जानवर का पुतला दिखाने का आरोप लगा था। ऐसा वहां जानवरों की कमी के कारण किया गया था। 2013 में चीन के हेनान प्रांत के चिड़ियाघर में एक तिब्बती कुत्ते को अफ़्रीकी शेर के तौर पर दिखाने की कोशिश की गई और 2017 में ग्वांगचाशी प्रांत में पर्यटकों के लिए चिड़ियाघर ने प्लास्टिक के पेंगुइन रखे थे।