Edited By Tanuja,Updated: 15 Oct, 2020 03:53 PM
चीन, रूस और क्यूबा के साथ पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) की सीटों पर जीत पर अमेरिका और Pok के एक कार्यकर्ता सवाल उठाए हैं...
इंटरनेशनल डेस्कः चीन, रूस और क्यूबा के साथ पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) की सीटों पर जीत पर अमेरिका और Pok के एक कार्यकर्ता सवाल उठाए हैं। चीन, रूस और पाकिस्तान के चुने जाने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने UNHRC पर निशाना साधा। अमेरिका ने कड़ी नाराजगी जताते हुए इसे अत्याचारियों की जीत करार दिया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बुधवार को कहा कि चीन, रूस और क्यूबा की जीत अत्याचारियों की जीत है और यह संयुक्त राष्ट्र के लिए शर्म की बात है। उन्होंने आगे कहा कि यही वजह है कि अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद से खुद को अलग कर लिया था और आज हमें अपना वह फैसला सही नजर आ रहा है। संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद के लिए मंगलवार को किए गए गुप्त मतदान में पाकिस्तान को 169 मत मिले, उज्बेकिस्तान को 164, नेपाल को 150, चीन को 139 जबकि सऊदी अरब को महज 90 मत मिले। चीनऔर पाक में मानवाधिकारों का उल्लंघन किसी से छिपा नहीं है, ऐसे में उसका परिषद के लिए चुना जाना सभी के लिए हैरान करने वाला है।
वहीं पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pok ) के एक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि हैरानी की बात है कि चीन और पाकिस्तान को ये जीत मानवाधिकार के मामले में उनके खराब रिकॉर्ड के बावजूद मिली।अमजद अयूब मिर्जा ने बुधवार को ट्वीट किया, "दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार हनन का रिकार्ड रखने वाले इन देशों का संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के बोर्ड के लिए चुना जाना संगठन की विश्वसनीयता को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाएगा।"
पिछले हफ्ते यूरोप, अमेरिका और कनाडा के मानवाधिकार समूहों के एक गठबंधन ने संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों से चीन, रूस, सऊदी अरब, क्यूबा, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के निर्वाचन का विरोध करने का आह्वान किया था और कहा था कि इन देशों का मानवाधिकार रिकॉर्ड उन्हें इसके लिए अयोग्य करार देता है। 2006 में HRC की स्थापना के बाद से यह पांचवीं बार है जब पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार एजेंसी के लिए चुना गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में एक बार फिर चुने जाने पर खुश हैं।