Edited By Tanuja,Updated: 29 May, 2018 04:06 PM
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन को कवर पेज पर ‘तानाशाह’ बताने वाली फ्रांसिसी पत्रिका ‘ले प्वॉइंट’ को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। ‘ले प्वॉइंट’ का कहना है कि जब से उसने अपने कवर पेज पर एर्दोआन को ‘तानाशाह’ बताया है, तब से राष्ट्रपति के...
पेरिस: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन को कवर पेज पर ‘तानाशाह’ बताने वाली फ्रांसिसी पत्रिका ‘ले प्वॉइंट’ को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। ‘ले प्वॉइंट’ का कहना है कि जब से उसने अपने कवर पेज पर एर्दोआन को ‘तानाशाह’ बताया है, तब से राष्ट्रपति के समर्थक उसे धमकी दे रहे हैं।
एर्दोआन के समर्थकों ने सप्ताहांत पर समाचार पत्रों के स्टॉल पर पत्रिका के कवर पेज को हटाने का प्रयास किया। इसके बाद सप्ताहंत में दक्षिणी शहर एविगनोन में पुलिस तैनात की गई। ‘ले प्वॉइंट’ ने बताया कि प्रथम पृष्ठ के एक अन्य पोस्टर पर ‘जिसपर एर्दोआन की तस्वीर प्रकाशित थी और लिखा था ‘‘तानशाह. कहां तक जाएंगे एर्दोआन?’’ पोस्टर को लेकर रविवार को वेलेंसे शहर में समाचार पत्र स्टॉल को निशाना बनाया गया।
पत्रिका ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि एक सप्ताह के उत्पीड़न, अपमान, धमकी और सोशल मीडिया पर हमारे खिलाफ धमकी के बाद अब वह समय आ गया है जब एकेपी (एर्दोगन की पार्टी) के समर्थक प्रेस में अभिव्यक्ति और विविधता की आजादी के प्रतीकों पर हमला कर रहे हैं। राष्ट्रपति ए मैनुएल मैक्रों ने सोमवार (28 मई) को पत्रिका का समर्थन किया और कहा कि उत्पीड़न ‘पूर्णरूप से अस्वीकार्य’ है।