Edited By vasudha,Updated: 16 Jul, 2019 06:07 PM
पाकिस्तान में मीडिया पर लगी बंदिशें को लेकर माहौल गरमाता जा रहा है। पाकिस्तानी पत्रकार देश की ताकतवर सुरक्षा सेवाओं द्वारा बड़े पैमाने पर ‘सेंसरशिप'', बजट में कटौती से बड़े पैमाने पर छंटनी और अपने वेतन के भुगतान में महीनों की देरी के विरोध को लेकर...
इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान में मीडिया पर लगी बंदिशें को लेकर माहौल गरमाता जा रहा है। पाकिस्तानी पत्रकार देश की ताकतवर सुरक्षा सेवाओं द्वारा बड़े पैमाने पर ‘सेंसरशिप', बजट में कटौती से बड़े पैमाने पर छंटनी और अपने वेतन के भुगतान में महीनों की देरी के विरोध को लेकर देशव्यापी प्रदर्शन कर रहे हैं।
पाकिस्तान फेडरल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स की अगुआई में निकाली गई रैलियों के बाद मंगलवार को ‘विरोध प्रदर्शन का दिन' बताया जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि देश के इतिहास में सबसे कठिन दौर का सामना करने वाले पत्रकारों ने अभूतपूर्व सेंसरशिप से लड़ने का फैसला किया है। यूनियन के अध्यक्ष अफजल बट ने कहा कि ये प्रदर्शन केवल एक विरोध आंदोलन की शुरुआत है।