Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Aug, 2017 01:44 PM
रोबोट और आर्टिफिशियल इंटैलिजैंस (AI) आम लोगों तक पहुंचने से पहले ही इसकी दहशत पूरी दुनिया में फैल गई है...
सिडनीः रोबोट और आर्टिफिशियल इंटैलिजैंस (AI) आम लोगों तक पहुंचने से पहले ही इसकी दहशत पूरी दुनिया में फैल गई है। यही वजह है कि दुनियाभर के वैज्ञानिकों और तकनीक विशेषज्ञों ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को खुला खत लिखकर किलर रोबोट AI की मदद से हथियार के तौर पर इस्तेमाल की आशंका को प्रतिबंधित करने की मांग की है।
ऑस्ट्रेलियाई शहर मेलबर्न में सोमवार से एआई पर अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त सम्मेलन की शुरुआत हुई जहां जुटे दुनिया भर के वैज्ञानिकों और तकनीक विशेषज्ञों ने हथियार के तौर पर एआई के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग की है। UN को लिखे पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में AI तकनीक में महारत रखने वाले टॉबी वाल्श, टेस्ला के एलेन मस्क और चीनी कंपनी यूबीटेक के जेम्स चो भी शामिल हैं।
वैज्ञानिकों ने UN से किलर रोबोट को रासायनिक और जैविक हथियार की तर्ज पर प्रतिबंधित करने की मांग की है। उन्होंने दलील दी कि एक बार यह पिटारा खुल गया तो इस पर रोक लगाना मुश्किल होगा। शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने इस पत्र के अंशों को प्रकाशित किया है। इसमें वैज्ञानिकों ने लिखा है, "तकनीकी हथियार विकसित होने की स्थिति में टकराव का मौजूदा स्वरूप कहीं ज्यादा भीषण और विनाशकारी हो जाएगा। तानाशाह और आतंकी निर्दोष लोगों के खिलाफ इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।"