Edited By Yaspal,Updated: 13 Jun, 2019 07:25 PM
नार्वे के तेल टैंकर जहाज फ्रंट अल्टेयर पर ओमान की खाड़ी में गुरूवार को हमला किया गया। घटना में तीन धमाके हुए लेकिन किसी के घायल होने की खबर नहीं है। नार्वे के समुद्री प्राधिकरण ने यह जानकारी दी।
ओस्लोः नार्वे के तेल टैंकर जहाज फ्रंट अल्टेयर पर ओमान की खाड़ी में गुरूवार को हमला किया गया। घटना में तीन धमाके हुए लेकिन किसी के घायल होने की खबर नहीं है। नार्वे के समुद्री प्राधिकरण ने यह जानकारी दी।
प्राधिकरण ने एक बयान में कहा कि इसी इलाके में पोत कोकुका करेजियस को भी निशाना बनाया गया। फ्रंट अल्टेयर एक लाख 11 हजार टन क्षमता वाला तेल टैंकर है। घटना के बाद इसमें आग लग गयी और वहां पर आपातकालीन चालक दल को देखा गया।
बयान में कहा गया है कि 13 जून की सुबह छह बजकर तीन मिनट पर अमीरात और ईरान के बीच फ्रंट अल्टेयर पर हमला किया गया। इस टैंकर पर मार्शल द्वीप का झंडा लगा हुआ है। घटना में तीन धमाके होने की बात कही गई है। इसके चालक दल पास से गुजर रहे एक दूसरे जहाज में सवार हो गए और किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
क्यों है गंभीर मामला
ओमान की खाड़ी स्ट्रेट ऑफ होरमुज के एक छोर पर स्थित है और यह घटना जहाज मार्ग को लेकर चिंता बढ़ा सकती है क्योंकि इस मार्ग से अरबों डॉलर का तेल आता-जाता है। अमरीका ने इस क्षेत्र में मई महीने की शुरुआत में विमानवाहक पोत समूह और बी-52 लड़ाकू जहाजों को भेजा था। ऐसी अफवाहें थीं कि ईरान समर्थित जल क्षेत्र में अमरीकी सेनाओं पर हमला कर सकते हैं।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने ईरान को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए उसे मध्य-पूर्व में एक अस्थिर शक्ति बताया था। ईरान ने दावों को ख़ारिज करते हुए अमरीका पर आक्रामक व्यवहार अपनाने का आरोप लगाया था। 12 मई को तनाव उस समय और बढ़ गया जब यूएई में माइन अटैक हुआ। यूएई ने इसको लेकर एक अज्ञात देश को ज़िम्मेदार बताया। हालांकि, अमरीका ने कहा कि इसके लिए ईरान ज़िम्मेदार है लेकिन उसने इन आरोपों को ख़ारिज कर दिया। गुरुवार की घटना के बाद यूरोपियन यूनियन ने 'बेहद कड़ा रुख़' अपनाने की मांग की है