Edited By ,Updated: 29 Aug, 2016 02:05 PM
इंडोनेशिया में एक 18 साल के लड़के से आई.एस. द्वारा करवाया गया फिदायीन हमला फेल हो गया । दरअसल आई.एस.आई.एस का ये हमलावर...
जकार्ता: इंडोनेशिया में एक 18 साल के लड़के से आई.एस. द्वारा करवाया गया फिदायीन हमला फेल हो गया । दरअसल आई.एस.आई.एस का ये हमलावर चर्च में मौजूद लोगों को निशाना बनाना चाहता था । वह सबसे पहले चर्च में प्रार्थना कर रहे पादरी अल्बर्ट पैंदिआंगन(60)की और दौड़ा और खुद को बम से उड़ाने की कोशिश की लेकिन इस दौरान फिदायीन का बम नहीं फटा और उसने उन पर चाकू से हमला कर दिया। इसी दौरान वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया । इंडोनेशिया से जिंदा पकड़े गए खून से सने हुए इस आतंकी का नाम इवान अरमादी है ।
पुलिस के मुताबिक, 18 साल का ये आतंकवादी इंडोनेशिया के मेडन शहर के एक चर्च को उड़ाने की फिराक में था । चर्च में बैठे लोगों ने बताया कि चर्च में बैठे इस आतंकी के बैग में जैसे ही एक छोटा धमाका हुआ, वह उठकर प्रार्थना कर रहे पादरी की ओर दौड़ा और खुद को बम से उड़ाने की कोशिश की लेकिन जब बम नहीं फटा तो उसने पादरी के हाथ पर वार कर दिया तभी वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया । पुलिस को आतंकी के पास से उसका आईकार्ड और आई.एस का एक हाथ से बनाया हुआ झंडा भी मिला है ।
इंडोनेशिया पुलिस को आतंकी ने बताया कि आई.एस के लिए काम करने वालों में वो अकेला नहीं है । बल्कि और भी दूसरे लोग उसके साथ हैं । बता दें कि बगदादी अब बच्चों और नए लड़ाकों के जरिए ही दुनिया को दहलाने की घटनाओं को अंजाम दे रहा है ।