Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 05:10 AM
अमरीका के उद्योग संगठन यू.एस. चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कहा कि एच-1बी वीजा का विस्तार समाप्त करना एक खराब नीति होगी और यह प्रतिभा आधारित आव्रजन व्यवस्था के लक्ष्यों के प्रतिकूल है। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की इस योजना से करीब 7 लाख...
वाशिंगटन: अमरीका के उद्योग संगठन यू.एस. चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कहा कि एच-1बी वीजा का विस्तार समाप्त करना एक खराब नीति होगी और यह प्रतिभा आधारित आव्रजन व्यवस्था के लक्ष्यों के प्रतिकूल है। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की इस योजना से करीब 7 लाख भारतीयों को लौटना पड़ेगा।
एच-1बी वीजा कार्यक्रम के तहत उन क्षेत्रों के प्रतिभावान लोगों को अमरीका का तात्कालिक वीजा मिलता है जिनमें अमरीका में प्रतिभाओं की कमी होती है। इससे कम्पनियों को विदेशी पेशेवर नियुक्त करने में मदद मिलती है लेकिन ट्रंप ने पिछली जनवरी में कार्यालय संभालते ही इसे समाप्त करने की पहल शुरू कर दी थी। रिपोर्टों के अनुसार ट्रंप द्वारा चुनावी अभियान में किए गए वादे ‘अमरीकी खरीदो, अमरीकी नियुक्त करो’ के तहत होमलैंड सिक्योरिटी विभाग कानून बनाने पर काम कर रहा है।
उद्योग संगठन के प्रवक्ता ने कहा कि यह बेहद बुरी नीति होगी कि अमरीका में कई सालों से काम कर रहे और स्थायी नागरिकता के लिए आवेदन दे रहे लोगों को कहा जाए कि अब उनका यहां स्वागत नहीं है। इससे अमरीकी कारोबार, अर्थव्यवस्था और देश को नुक्सान होगा। यह प्रतिभा आधारित आव्रजन व्यवस्था के भी खिलाफ है।