अमरीकी चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के मामले में मिली पहली सजा

Edited By Isha,Updated: 04 Apr, 2018 12:30 PM

first sentence for russian intervention in us elections

अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी अभियान के पूर्व चेयरमैन पॉल मैनफोर्ट की जांच कर रहे संघीय एजेंटों से झूठ बोलने वाले डच अटॉर्नी को आज 30 दिन जेल की सजा सुनाई गई। रूसी जांच के मामले में यह अब तक की पहली सजा है।

वाशिंगटनः अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी अभियान के पूर्व चेयरमैन पॉल मैनफोर्ट की जांच कर रहे संघीय एजेंटों से झूठ बोलने वाले डच अटॉर्नी को आज 30 दिन जेल की सजा सुनाई गई। रूसी जांच के मामले में यह अब तक की पहली सजा है। डच अटॉर्नी एलेक्स वान देर ज्वान पर 20,000 डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है।

अमरीका के डिस्ट्रिक्ट जज एमी बर्मन जैक्सन ने वान देर ज्वान से कहा, ‘‘ ये गलतियां नहीं थीं। ये झूठ थे। ज्वान के खिलाफ आपराधिक मामला रूस के चुनावी हस्तक्षेप से सीधे जुड़ा नहीं है लेकिन इसने मैनफोर्ट के खिलाफ सरकारी मामले के बारे में नई जानकारियों का खुलासा किया। इस मामले ने रिक गेट्स समेत ट्रंप के चुनाव प्रचार के वरिष्ठ सहायकों और रूस के बीच संबंधों का भी खुलासा किया। पिछले सप्ताह सरकार ने खुलासा किया था कि ज्वान और गेट्स ने एक व्यक्ति के साथ2016 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान बात की थी। गेट्स ने पहले बताया था कि इस व्यक्ति के रूस की सैन्य खुफिया एजेंसी से संबंध हैं।     

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