Edited By Isha,Updated: 22 May, 2018 01:16 PM
लादेन के मरने हुए काफी समय हो चला है पर उसकी मौत की खबरें अभी तक र्चचा में है। अभी कुछ समय पहले लादेन को मारने के लिए अमरीका की मदद करने वाले डाक्टर को जान को खतरा बताया गया था वहीं अब एक पूर्व जासूस ने नया खुलासा कर दिया है जिससे पाक के सेना
इंटरनैशनल डेस्कः लादेन के मरने हुए काफी समय हो चला है पर उसकी मौत की खबरें अभी तक र्चचा में है। अभी कुछ समय पहले लादेन को मारने के लिए अमरीका की मदद करने वाले डाक्टर को जान को खतरा बताया गया था वहीं अब एक पूर्व जासूस ने नया खुलासा कर दिया है जिससे पाक के सेना प्रमुख सवालों के घेरे में आ गए है। पूर्व जासूस ने कहना है कि लादेन के खात्मे के लिए पाक सेना प्रमुक ने अमरीका से डील की थी।
अब सवाल ये पैदा हो रहा है कि क्या अमेरिका ने अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का पता खुद लगाया था, या फिर तब पाकिस्तानी सेना के प्रमुख रहे जनरल अशफाक कयानी ने उसे दुनिया के इस मोस्ट वॉन्टेड आतंकी के ठिकाने के बारे में बताया था? दरअसल एबटाबाद में अमेरिकी सेना के हमले में लादेन के मारे जाने से महज दो दिन पहले ही कयानी ने कई अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की थी। ऐसे में यह कयास लगाए जाते रहे हैं कि क्या यह महज इत्तेफाक था या किसी सिक्रेट प्लान का हिस्सा।पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख असद दुर्रानी ने ओसामा बिन लादेन को लेकर अपनी जानकारी साझा की।
खुफिया एजेंसियों और उनके कारनामों पर आधारित किताब 'Spy Chronicles RAW, ISI and the Illusion of Peace' में दुर्रानी और भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के पूर्व प्रमुख एएस दुलत की बातचीत छापी है। किताब के लिए हुई इस बातचीत को पत्रकार आदित्य सिन्हा ने मॉडरेट किया है।'ओसामा बिन लादेन का सौदा' (The Deal for Osama bin Laden) शीर्षक वाले चैप्टर में दुर्रानी ने इस बारे में विस्तार से बातचीत की है। वहीं जनरल कयानी पर पैसों की लालच में अमेरिका को ओसामा बिन लादेन की जानकारी देने के आरोप पर दुर्रानी कहते हैं, 'एनडीसी (नेशनल डिफेंस एकैंडमी) में कयानी मेरा प्रिय छात्र था. रियाटर होने के बाद से वह मुझसे मिला ही नहीं कि मैं उससे पूछ सकूं कि क्या उसने कोई ऐसी सौदेबाजी की थी, अगर मुझे पता चलता है कि उसने अरबों डॉलर या किसी बड़ी जागीर की लालच में कोई ऐसी डील की थी, तो मैं खुद उसके खिलाफ मुहिम शुरू करूंगा।'