Edited By Pardeep,Updated: 16 Jun, 2022 10:44 PM
फ्रांस के ड्रोन हमलों में इस सप्ताह के शुरू में लगभग 40 इस्लामिक चरमपंथी मारे गए, जो बुर्किना फासो के साथ लगती नाइजर की सीमा के पास मोटरसाइकिलों पर यात्रा कर रहे थे। फ्रांस की सेना ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा की। एक बयान के
नियामीः फ्रांस के ड्रोन हमलों में इस सप्ताह के शुरू में लगभग 40 इस्लामिक चरमपंथी मारे गए, जो बुर्किना फासो के साथ लगती नाइजर की सीमा के पास मोटरसाइकिलों पर यात्रा कर रहे थे। फ्रांस की सेना ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा की। एक बयान के अनुसार, फ्रांसीसी सेना ने इसे अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में फ्रांस के आतंकवाद-विरोधी प्रयासों की दिशा में ‘नई सामरिक सफलता' करार दिया है। फ्रांस ने इस आतंकवाद-विरोधी अभियान को ‘ऑपरेशन बरखाने' नाम दिया हुआ है।
बयान में कहा गया, ‘‘(आतंकवादियों की) टुकड़ी के संपर्क में नाइजर की इकाइयों से प्राप्त खुफिया जानकारी ने पुष्टि की कि ये मोटरसाइकिल बुर्किना फासो और नाइजर के बीच सक्रिय एक सशस्त्र आतंकवादी समूह की थीं।'' बयान में कहा गया है, ‘‘नाइजर के सशस्त्र बलों के समन्वय में बरखाने के जवानों ने (आतंकवादियों की) टुकड़ी के खिलाफ कई हमले किये। इस कार्रवाई में करीब 40 आतंकवादियों को मार गिराया गया है।''
सहेल क्षेत्र में चरमपंथी हिंसा बढ़ रही है। सहेल क्षेत्र सहारा रेगिस्तान के दक्षिण में विशाल क्षेत्र है जिसमें नाइजर और अन्य देश शामिल हैं। नाइजर का दक्षिण-पश्चिम पड़ोसी बुर्किना फासो बढ़ते जिहादी हमलों से जूझ रहा है।