Edited By Tanuja,Updated: 11 Nov, 2019 05:35 PM
फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के विदेश मंत्री सोमवार को पेरिस में मुलाकात कर ईरान परमाणु समझौते के विभिन्न पहलुओं पर...
इंटरनेशनल डेस्कः फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के विदेश मंत्री सोमवार को पेरिस में मुलाकात कर ईरान परमाणु समझौते के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। परमाणु समझौते के प्रावधानों के तहत किए गए वायदों का ईरान लगातार उल्लंघन कर रहा है जिसके मद्देनजर यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने यहां विदेशी मामलों की परिषद के कार्यालय पहुंचने पर कहा,‘‘इस संबंध में वह अपने फ्रांसीसी और ब्रिटेन के समकक्षों के साथ पेरिस में मुलाकात कर परमाणु समझौते के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
उन्होंने कहा हम संयुक्त समग्र कार्य योजना (जेसीपीओए) को बचाना चाहते हैं, लेकिन इस मामले में ईरान को अपने वायदों के प्रति प्रतिबद्ध रहना चाहिए।'' श्री मास के अनुसार यूरोपीय संघ ईरान के यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम को लेकर काफी चिंतित है। ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (एईओआई) ने पिछले गुरुवार को आधिकारिक रूप से घोषित किया था कि फोरडो परमाणु संयंत्र में यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड (यूएफ6) का संवर्धन दोबारा शुरू कर दिया गया है।
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गत वर्ष मई में ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही दोनों देशों के रिश्ते बहुत ही तल्ख हो गये हैं। इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है। अमेरिका ने ईरान पर कई प्रकार के प्रतिबंध भी लगाए हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जतायी थी।