Edited By Tanuja,Updated: 12 Jun, 2022 03:00 PM
फ्रांस में रविवार संसदीय चुनाव के लिए मतदान हो रहा है, जिसे बहुमत की आस लगाए बैठे राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के लिये एक परीक्षा के तौर पर देखा जा...
पेरिस: फ्रांस में रविवार संसदीय चुनाव के लिए मतदान हो रहा है, जिसे बहुमत की आस लगाए बैठे राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के लिये एक परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है। मैक्रों के गठबंधन को वामपंथी गठबंधन से मजबूत चुनौती मिल रही है। नेशनल असेंबली की 577 सीटों के लिये हो रहे पहले चरण के चुनाव में 6 हजार से अधिक उम्मीदवार हैं। इस चरण में सबसे अधिक मत हासिल करने वाले उम्मीदवार 19 जून को होने वाले दूसरे दौर में पहुंच जाएंगे, जिसमें हार-जीत का फैसला होगा।
मई में मैक्रों के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद उनका मध्यमार्गी गठबंधन इस चुनाव नें स्पष्ट बहुमत हासिल करना चाहता है ताकि वह अपने चुनावी वादों को पूरा कर सके। इन चुनावी वादों में करों में कटौती और सेवानिवृत्ति की आयु 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष करना शामिल है। हालांकि ताजा चुनाव पूर्व सर्वेक्षण बताते हैं कि मैक्रों और उनकी सहयोगियों को बहुमत हासिल करने के लिये संघर्ष करना पड़ सकता है।
ताजा ओपीनियन पोल के अनुसार इस चुनाव में धुर वामपंथी नेता ज्यां-लुस मेलेंकोन के नेतृत्व वाले गठबंधन के 200 से अधिक सीटें जीतने का अनुमान है। हालांकि उसके बहुमत हासिल करने से थोड़ा पीछे रहने की संभावना है। वहीं, मैक्रों और उनके सहयोगियों को 260 से 320 सीटों पर जीत मिल सकती है।