Edited By ,Updated: 19 Jan, 2017 04:02 PM
पाकिस्तान के लाहौर में एक मां ने अपनी 18 साल की बेटी को केवल इसलिए जिंदा जला दिया क्योंकि वह अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई थी...
लाहौरः पाकिस्तान के लाहौर में एक मां ने अपनी 18 साल की बेटी को केवल इसलिए जिंदा जला दिया क्योंकि वह अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई थी। इतना ही नहीं उसने घर से भागकर परिवार की मंजूरी के बिना प्रेमी से शादी भी कर ली थी। एक मां द्वारा झूठी शान के लिए बेटी की इस तरह से वीभत्स हत्या करने के मामले ने खासी सुर्खियां बटोरी थी। अब इस मामले में आरोपी मां को मौत की सजा सुनाई गई है।
कुछ माह पहले ही पाकिस्तान की संसद ने ‘झूठी शान के लिए हत्या’ करने पर सजा का एक नया कानून बनाया था। लाहौर की जीनत रफीक (18 वर्ष) को उसकी मां परवीन बीबी ने जून 2016 में जिंदा जला दिया था। वह एक सप्ताह पहले हसन खान नाम के शख्स से कोर्ट में शादी करने के लिए घर से भाग गई थी। परवीन ने परिवार की बदनामी करने के लिए अपनी बेटी की हत्या करने की बात कबूल की थी। पुलिस ने संदेह व्यक्त किया था कि इस कृत्य में परवीन की उसके पुत्र और एक दामाद ने मदद की थी।
लाहौर स्थित आतंकवाद निरोधक अदालत के न्यायाधीश चौधरी मोहम्मद इलियास ने परवीन को झूठी शान के लिए हत्या मामले में मौत की सजा सुनाई। जीनत के भाई अनीस को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। अदालत ने यद्यपि दामाद जफर को बरी कर दिया। अदालत में दोनों दोषियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने पहले जीनत की पिटाई की थी और उसके बाद उसकी मां ने उसे बिस्तर से बांध दिया और उस पर केरोसिन का तेल डालकर आग लगा दी थी।