Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jun, 2017 05:29 PM
पाकिस्तान में बढ़ती जनसंख्या जहां देश के लिए समस्या बन रही है, वहीं करीब 100 बच्चों के ऐसे 3 पिता भी हैं जिन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं ...
बन्नू: पाकिस्तान में बढ़ती जनसंख्या जहां देश के लिए समस्या बन रही है, वहीं करीब 100 बच्चों के ऐसे 3 पिता भी हैं जिन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। पत्रकारों द्वारा उनसे पाकिस्तान की बढ़ती जनसंख्या और उनके बच्चों से जुड़ा सवाल पूछने पर उन्होंने बड़ी सहजता से इसका जवाब दिया और कहा,'अल्लाह उनकी जरूरतें पूरी कर देगा।'
19 साल बाद की गई जनगणना
विश्व बैंक और सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान दक्षिण एशिया में सबसे अधिक जन्मदर वाला देश है जहां हर महिला पर करीब 3 बच्चे हैं।बता दें कि पाकिस्तान में 19 साल बाद जनगणना की गई है और उसकी रिपोर्ट जुलाई में आने की संभावना है। जानकारों का अनुमान है कि देश की जनसंख्या करीब 20 करोड़ हो जाएगी जो 1998 में 13.5 करोड़ थी। वहीं, विशेषज्ञ आगाह करते हुए कहते हैं कि देश की बढ़ती जनसंख्या आर्थिक लाभ और सामाजिक कार्यों को प्रभावित कर रही है।
36 बच्चों के पिता गुलजार खान
पाकिस्तानी के बन्नू इलाके में रहने वाले 57 वर्षीय नागरिक गुलजार खान के 36 बच्चे हैं। वे कहते हैं- ये तो अल्लाह की देन है, बच्चा पैदा करना प्राकृतिक प्रक्रिया है, भला मैं इसे क्यों रोकूं। उनका कहना है कि इस्लाम फैमिली प्लानिंग के खिलाफ है। इन दिनों गुलजार की तीसरी पत्नी गर्भवती हैं। उन्होंने कहा कि उनके बच्चों को क्रिकेट मैच खेलने के लिए किसी के सहयोग की जरूरत नहीं पड़ती है।
22 बच्चों के पिता वजीर
गुलजार के भाई मस्तान खान वजीर (70) की भी तीन पत्नियां हैं। वजीर के 22 बच्चे हैं। उनका कहना है कि उनके पोते-पोतियों की संख्या इतनी ज्यादा है कि वह गिन नहीं सकते। वजीर कहते हैं, 'अल्लाह पर भरोसा रखें, वह अपने बंदों के रहने खाने का इंतजाम करता है।
38 बच्चों के पिता जान मोहम्मद
बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में रहने वाले जान मोहम्मद के 38 बच्चे हैं और वे 100 बच्चे पैदा करना चाहते हैं, इसलिए वे चौथी शादी करने की तैयारी में हैं।कोई भी महिला उनसे शादी नहीं करना चाहती, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी है। उन्होंने कहा, 'जितने ज्यादा मुस्लिम होंगे, उनके दुश्मन उनसे उतना ही डरेंगे। मुसलमानों को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए।'