Edited By Tanuja,Updated: 22 Oct, 2020 10:39 AM
कोरोना वैक्सीन को लेकर जहां दुनिया के कई देशों में होड़ मची हुई है वहीं इंडोनेशिया ने पहले चरण में देश के 91 लाख लोगों को वैक्सीन मुहैया कराने का ऐलान किया है..
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वैक्सीन को लेकर जहां दुनिया के कई देशों में होड़ मची हुई है वहीं इंडोनेशिया ने पहले चरण में देश के 91 लाख लोगों को वैक्सीन मुहैया कराने का ऐलान किया है। इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के रोग नियंत्रण और रोकथाम महानिदेशक अचमद युरिआंतो ने बताया कि इसी साल नवंबर और दिसंबर के बीच चलाए जाने वाले अभियान के तहत उच्च जोखिम वर्ग के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।
पहले चरण में टीकाकरण उन लोगों के समूह पर किया जाएगा, जिनमें कोविड -19 संक्रमण का सबसे अधिक खतरा है। यह खासकर हवाईअड्डे के कर्मचारियों, सैनिकों और पुलिस कर्मियों सहित चिकित्सा और सार्वजनिक सेवा कर्मियों के लिए हैं। युरिआंतो ने कहा कि यह टीका केवल 18 वर्ष से 59 वर्ष की आयु के लोगों को दिया जाएगा।
इंडोनेशियन ड्रग एंड फूड सुपरवाइजरी एजेंसी (BPOM) द्वारा एक इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन जारी करने और इंडोनेशियन उलेमा काउंसिल (MUE) द्वारा हलाल सर्टिफिकेशन प्रदान करने के बाद टीकाकरण किया जाएगा। अचमद युरिएंटो ने कहा है कि केवल 18 वर्ष से 59 वर्ष की आयु के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, क्योंकि इसी आयुवर्ग पर क्लीनिकल ट्रायल हुए हैं। इस आयु सीमा से बाहर के लोगों पर क्लिनिकल ट्रायल नहीं किया गया है। मालूम हो कि इंडोनेशिया वर्तमान में चीन और दक्षिण कोरिया के साथ वैक्सीन विकास सहयोग पर काम कर रहा है।
बता दें कि चीन और रूस की ही तरह इंडोनेशिया में भी आपातकालीन अप्रूवल के तहत ही वैक्सीन दी जाएगी। सार्वजनिक उपयोग के लिए अनुमति अंतिम चरण के ट्रायल परिणाम की समीक्षा के बाद दी जाती है। खबरों के मुताबिक, इंडोनेशियाई ड्रग एंड फूड सुपरवाइजरी एजेंसी द्वारा आपातकालीन उपयोग की अनुमति और इंडोनेशियन उलेमा काउंसिल (MUI) द्वारा प्रमाणीकरण मिलने के बाद टीकाकरण शुरू किया जाएगा।