Edited By Tanuja,Updated: 28 Jul, 2020 11:55 AM
पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संकट से बेहाल है। विश्व के कई देश इसकी वैक्सीन बननाने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिका इस रेस में खुद को सबसे आगे बता रहा है...
वाशिंगटनः पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संकट से बेहाल है। विश्व के कई देश इसकी वैक्सीन बननाने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिका इस रेस में खुद को सबसे आगे बता रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दावा किया कि उनका प्रशासन अगले दो सप्ताह के भीतर कोरना संक्रमण के इलाज और मेडिकल प्रक्रिया से जुड़ी अच्छी खबर देगा। अमेरिकी कंपनी 'मॉडर्ना' वैक्सीन विकसित कर रही है जिसका अंतिम ट्रायल शुरू हो चुका है। अमेरिकी सरकार के बायोमेडिकल एडवांस्ड रिसर्च एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (BARDA) ने इसके लिए कंपनी को आर्थिक मदद भी दी है।
राष्ट्रपति ने कहा, 'थेराप्यूटिक्स का जहां तक सवाल है अगले कुछ हफ्ते के भीतर हमारे पास कुछ बेहतर होगा, बहुत अच्छी चीजें होंगी जिसका मैं ऐलान करूंगा।' इससे पहले सोमवार को, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि अमेरिकी वैज्ञानिकों ने बायोटेक्नॉलोजी कंपनी मॉडर्ना द्वारा विकसित संभावित कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है। NIH की योजना लगभग 30,000 वॉलंटियर्स पर वैक्सीन पर ट्रायल करने की है जिन्हें कोवि-19 नहीं है।
इससे पहले फ्लोरिडा में एक इवेंट के दौरान उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि वैक्सीन काफी बेहतर होंगी जो इस साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत में विकसित हो जाएंगी। अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अब तक अमेरिका में कोविड-19 से संक्रमित मामलों की संख्या 42 लाख से अधिक है वहीं मरने वालों का आंकड़ा 1 लाख 46 हजार के पार हो गया है।