Edited By Tanuja,Updated: 10 Aug, 2020 01:12 PM
हांगकांग की पुलिस ने प्रमुख मीडिया हस्ती जिमी लाय को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार किया है...
इंटरनेशनल डेस्कः चीन सरकार द्वारा लागू नए सुरक्षा कानून ने अब हांगकांग में की जनता पर असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसी कानूनव की आड़ में हांगकांग पुलिस ने प्रमुख मीडिया हस्ती जिमी लाय को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार किया है। ग्लोबल टाइम्स ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। हांगकांग की मीडिया कंपनियों नेक्स्ट डिजिटल और एपल डेली के मालिक लाय देश की राजनीति में लोकतंत्र समर्थक खेमे के समर्थक माने जाते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 71 वर्षीय लाय को नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत विदेशी ताकतों के साथ संदिग्ध मिलीभगत के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। लाय चीनी शासित शहर में सबसे प्रमुख लोकतंत्र कार्यकर्ताओं में से एक हैं और बीजिंग के प्रमुख आलोचक रहे हैं ।
पिछले दिनों हांगकांग पुलिस ने एक ऑनलाइन पोस्ट की वजह से चार लोगों को गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 72 साल के जिमी के अलावा उनके दोनों बेटों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके करीबी मार्क सिमोन ने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा जिमी को विदेशी ताकतों के साथ मिलीभगत होने की वजह से गिरफ्तार किया जा रहा है। हांगकांग पुलिस की तरफ से बताया गया है कि अब तक सात लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है। इन सभी पर सुरक्षा कानून के उल्लंघन का आरोप है।
हालांकि पुलिस ने इन सात लोगों का नाम बताने से इनकार कर दिया। लाय हांगकांग के लोकप्रिय टेबलॉयड एप्पल डेली के मालिक हैं। इस अखबार को हांगकांग में चीनी सरकार का बड़ा आलोचक माना जाता है। सिमोन ने बताया है कि पुलिस ने लाई और उनके बेटे के घर की तलाशी ली है। इसके अलावा लाई की तरफ से शुरू किए गए एक और ग्रुप नेक्स्ट मीडिया के दूसरे सदस्यों के घरों की भी तलाशी ली जा रही है।
जिमी को फरवरी में भी गिरफ्तार किया गया था। उस समय उन्हें साल 2019 में हुए अनाधिकृत विरोध प्रदर्शन की वजह से गिरफ्तार किया गया था। तीन जुलाई को भी हांगकांग पुलिस ने एक ऑनलाइन पोस्ट की वजह से चार लोगों को गिरफ्तार किया था। नए सुरक्षा कानून के तहत हांगकांग पुलिस की यह पहली कार्रवाई थी। इसके साथ ही पुलिस ने अपनी मंशा साफ कर दी थी कि वह चीन के विवादित कानून को सख्ती से पालन करने के लिए तैयार है।