Edited By Tanuja,Updated: 12 Nov, 2020 12:12 PM
हांगकांग सरकार के चीन के दबाव में किए एक फैसले के खिलाफ भड़के हांकाग विपक्ष के सभी 15 विधायकों ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर ...
हांगकांगः हांगकांग सरकार के चीन के दबाव में किए एक फैसले के खिलाफ भड़के विपक्ष के सभी 15 विधायकों ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर इस्तीफे का ऐलान कर दिया। उन्होंने घोषणा की कि वे सब 70 सीटों वाली विधान परिषद में अपनी सीटें छोड़ देंगे। सभी विधायक हांगकांग सरकार के लोकतंत्र समर्थक आंदोलन का साथ देने वाले चार विधायकों को अयोग्य घोषित करार देने का विरोध कर रहे हैं। प्रेस कांफ्रेंस में वू ची-वाई ने कहा कि चीन के दबाव में केंद्र सरकार ने उनके साथियों की आवाज दबाने के लिए बेहद घटिया चाल चली है। इसके तहत उनके सदस्यों को अयोग्य करार दिया गया है, जिसको किसी भी सूरत से बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने ये भी कहा कि लोकतंत्र समर्थकों के सामने आने वाले दिनों में कई परेशानियां और खड़ी की जा सकती हैं। इसके बावजूद वो अपनी मांग से कभी पीछे नहीं हटेंगे और अपनी आवाज यूं ही उठाते रहेंगे। वू के मुताबिक लोकतंत्र के समर्थक सभी विधायक आज अपना इस्तीफा दे देंगे। वू के अलावा एक अन्य सांसद क्लाउडिया मो ने कहा कि इस सभी के पीछे चीन की कम्यूनिस्ट सरकार है जो हांगकांग की आवाज को दबाना चाहती है। इसके लिए वो वर्षों से काम कर रही है। उन्होंने ये भी कहा कि चीन सरकार हांगकांग में लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिश कर रही है। अयोग्य ठहराए गए विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने हांगकांग को बाधित करने के लिए विदेशों से सहायता मांगी है।
बता दें कि हांगकांग की विधान परिषद में कुल 70 सीटें हैं।इन विधायकों के एक साथ इस्तीफा देने के बाद विधान परिषद में केवल चीन-समर्थक विधायक ही बचे रह जाएंगे। विधान परिषद में पहले ही इनको बहुमत हासिल है। इसके बाद भी उन्हें किसी भी तरह के कानून को पास करने में दिक्कत आएगी। इसकी वजह है कि विधान परिषद में कोई भी चीन समर्थित कानून बिना बहस के पास नहीं करवाया जा सकता है। इसके लिए विपक्ष की मौजूदगी जरूरी है।
अयोग्य करार दिए गए एक विधायक क्वोक का-की ने हांगकांग सरकार के फैसले को उनके अधिकारों का उल्लंघन बताया है। की का कहना है कि हांगकांग सरकार का फैसला हांगकांग के मिनी संविधान जिसको बेसिक लॉ कहा जाता है, का उल्लंघन करता है। उनके इस बयान के बाद हांगकांग की प्रशासक और चीन समर्थित कैरी लाम ने पत्रकारों से कहा कि अयोग्य विधायकों को तरीके से पेश आना चाहिए।