Edited By Tanuja,Updated: 19 Aug, 2019 03:00 PM
हांगकांग में चीन के विवादास्पद प्रत्यर्पण विधेयक के खिलाफ लाखों लोग सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई हफ्तों से लगातार जारी इन प्रदर्शनों से चीन चिंता में है और किसी भी स्थिति से ...
हांगकांगः हांगकांग में चीन के विवादास्पद प्रत्यर्पण विधेयक के खिलाफ लाखों लोग सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई हफ्तों से लगातार जारी इन प्रदर्शनों से चीन चिंता में है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी किए हुए है। उधर, बीजिंग की गंभीर चेतावनियों को दरकिनार करते हुए हांगकांग में रविवार को एक लाख से अधिक लोगों ने लोकतंत्र समर्थक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारी काले कपड़े पहने हुए थे। बारिश के बावजूद विक्टोरिया पार्क प्रदर्शनकारियों से भर गया, और उसके बाद भी लोगों के आने का सिलसिला जारी रहा और इस तरह पार्क के बाहर सभी सड़कें भी प्रदर्शनकारियों से भर गईं।
इस प्रदर्शन के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। इतने बड़े स्तर पर हो रहे इस विरोध को देखकर पूरी दुनिया हिल गई है। गंभीर रूप ले चुके आंदोलन की मांगों में शहर के नेता का इस्तीफा, लोकतांत्रिक चुनाव और सुरक्षा बल के इस्तेमाल की स्वतंत्र जांच कराना शामिल है। मुख्यभूमि चीन की पुलिस पास के शेन्झेन में अभ्यास कर रही है। जिससे उन अटकलों को हवा मिल रही है कि विरोध प्रदर्शनों को दबाने के लिए उन्हें वहां भेजा जा सकता है। यह विरोध प्रदर्शन एक प्रत्यर्पण विधेयक के खिलाफ शुरू हुआ है, जिसे हांगकांग सरकार ने निलंबित कर दिया है। रैली में शामिल होने जा रहे प्रदर्शनकारियों से सबवे रेलवे स्टेशन भर गए, जिसके बाद उन्हें बंद कर देना पड़ा। प्रशासन ने हालांकि आयोजक सिविल ह्यूमन राइट फ्रंट को मार्च निकालने की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन पार्क में इतनी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हो गए कि वहां की सड़कें भी प्रदर्शनकारियों से भर गईं। पुलिस ने हालांकि विक्टोरिया पार्क में प्रदर्शन की अनुमति दी थी।
बता दें कि यहां प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच पिछले 10 सप्ताहों के दौरान संघर्ष हो रहा है । सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसूगैस के गोले और रबर की गोलियां तक दागी लेकिन सप्ताहांत की रैलियां शांतिपूर्ण रहीं। चीन ने इन विरोध प्रदर्शनों को आतंकी गतिविधि करार दिया है। उसने शेनझेन के पास सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी है। पिछले सप्ताह प्रदर्शनकारियों ने हवाईअड्डे पर कब्जा कर लिया था, जिसके कारण सैकड़ों उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं। इस घटनाक्रम ने एशिया के एक प्रमुख वित्तीय केंद्र को संकट में डाल दिया है।कई व्यापारिक प्रतिष्ठान हिंसा के डर से रविवार को बंद रहे।
साउथ चाइना मार्निग पोस्ट के अनुसार, हांगकांग सरकार के प्रत्यर्पण विधेयक को लेकर जून में विरोध प्रदर्शन भड़क उठा था। प्रशासन ने मसौदा विधेयक को 15 जून को वापस ले लिया और शहर के नेता कैरी लैम ने बाद में इसे रद्द घोषित कर दिया, तभी से प्रदर्शनकारी इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतर आए हैं। हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में चल रही हिंसक कार्रवाई से हांगकांग के आर्थिक और सामाजिक विकास पर बुरा असर पड़ा है। हांगकांग के मुख्य अखबारों ने हिंसा के खिलाफ कानून की रक्षा करने और शांति बहाल करने के साथ ही 'एक देश दो व्यवस्थाओं' की नीति की रक्षा करने की अपील की, ताकि हांगकांग जल्द ही विकास के सही रास्ते पर लौट सके।