Edited By Tanuja,Updated: 23 Jan, 2021 12:35 PM
Hong Kong pushes for surveillance cameras in classrooms to monitor teachers'' speech
हांगकांगः हांगकांग में चीन का लोकतंत्र समर्थकों पर शिंकजा कसता जा रहा है। के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए शिकंजा कसता जा रहा है। चीन अब राष्ट्रीय सुरक्षा कानू के तहत हांगकांग के लोकतंत्र समर्थकों पर कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। चीन हांगकांग में शिक्षकों पर निगरानी रखने के लिए कैमरे का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। शुक्रवार को यहां चीन समर्थक सांसदों ने शिक्षकों की निगरानी के लिए स्कूलों की कक्षाओं में कैमरे लगाने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने दलील दी कि इससे शिक्षकों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी कि वे कक्षाओं में क्या बोलते हैं। अगर वे अलगाववादी या सरकार विरोधी बातें करते हैं तो कैमरे से पकड़ में आ सकती है।
साउथ चाइना मार्निग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार यह प्रस्ताव हांगकांग की मुख्य कार्यकारी कैरी लैम के सलाहकार टॉमी चेउंग यू-यान ने दिया है । उन्होंने कहा कि कैमरों की मदद से स्कूलों में पढ़ाई पर नजर रखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई टीचर मासूम छात्रों को भड़काएगा कैमरों से इसके साक्ष्य मिल जाएंगे।'गौरतलब है कि हांगकांग में चीन के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। 2019 में प्रत्यर्पण बिल को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। 2019 में लोकतंत्र समर्थक छात्रों, शिक्षकों और लोगों ने सड़कों पर लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन किया था।
चीन ने इस तरह के कृत्यों को रोकने के लिए हांगकांग में पिछले साल राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया था। इस कदम की दुनियाभर में आलोचना हुई और यह चिंता जताई गई कि इसकी आड़ में चीन इस क्षेत्र पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है। वह हांगकांग की स्वायत्तता और नागरिक अधिकारों को बनाए रखने के अपने वादे को तोड़ रहा है। वर्ष 1997 में ब्रिटेन ने चीन को इस शर्त के साथ हांगकांग सौंपा था कि वह इसकी स्वायत्तता और नागरिक अधिकारों को बनाए रखेगा।