Edited By Tanuja,Updated: 13 Jan, 2021 02:11 PM
एक मानवाधिकार समूह ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अपहरण के बाद मारी गई ईसाई लड़की इशल अफजल के लिए न्याय की मांग की है।ह्यूमन
पेशावर: एक मानवाधिकार समूह ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अपहरण के बाद मारी गई ईसाई लड़की इशल अफजल के लिए न्याय की मांग की है।ह्यूमन राइट्स फोकस पाकिस्तान (HRFP) ने एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि इशल का अज्ञात हमलावरों ने उस वक्त अपहरण कर लिया था, जब वह फैसलाबाद के लियाकत टाउन में अपने घर के बाहर खेल रही थी। इशल के पिता अफजल मसीह अपने चर्च पादरी सोहेल मासिह के साथ HRFP कार्यालय पंहुचे और कानूनी टीम के साथ विवरण साझा किया और अपनी बेटी की निर्मम हत्या के खिलाफ अदालत में केस दायर कर न्याय की मांग की।
इसके बाद HRFP टीम को घटना स्थल का दौरा करने पर पता चला कि इशल अफजल 06 जनवरी को सुबह करीब 8:30 बजे लापता हो गई थी । परिवार ने फैसलाबाद के जारणवाला रोड पर सदर पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज कराई। पुलिस ने अगले दिन इस इलाके के तालाब के पास ईशल का शव बरामद किया।HRFP की रिपोर्ट के अनुसार शुरुआती मेडिकल रिपोर्टों से पता चलता है कि संभवत: बलात्कार के प्रयासों के बाद उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने 2 संदिग्धों से पूछताछ की लेकिन दोनों को छोड़ दिया गया। HRFP के अध्यक्ष नावेद वाल्टर ने कहा कि यह मामला ईसाई, हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों के अपहरण का मामला है।
वाल्टर ने कहा, "लड़कियों के अपहरण के नवीनतम आंकड़े एक दिन में आठ से 10 मामलों तक पहुंच गए हैं"। उन्होंने समुदाय से नाबालिगों की देखभाल करने और अपने संबंधित क्षेत्रों और घरों में अजनबियों की आसान पहुंच को रोकने की अपील की। नावेद वाल्टर ने आगे कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों के अपहरण, बलात्कार और हत्या को रोकने में अधिकारी विफल रहे हैं।