Edited By Tanuja,Updated: 17 Jan, 2021 01:20 PM
चीन में फ्रोजन मीट के बाद अब आइसक्रीम में कोरोना वायरस मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। चीन के पूर्वोत्तर के तियानजिन इलाके में आइसक्रीम पर ...
बीजिंगः चीन में फ्रोजन मीट के बाद अब आइसक्रीम में कोरोना वायरस मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। चीन के पूर्वोत्तर के तियानजिन इलाके में आइसक्रीम पर कोरोना वायरस पाए जाने के बाद अधिकारियों ने उस बैच के आइसक्रीम के डिब्बों को वापस मंगाने का आदेश दिया है। जानकारी के मुताबिक आइसक्रीम के तीन सैंपल कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
मामला सामने आने के बाद बीजिंग से सटे तियानजिन इलाके में Daqiaodao फूड कंपनी को सील कर दिया गया है और उसमें काम करने वाले कर्मचारियों का धड़ाधड़ कोरोना वायरस का परीक्षण किया जा रहा है। फिलहाल आइसक्रीम से किसी के संक्रमित होने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। सरकार ने कहा कि बैच के 29 हजार आइसक्रीम के डिब्बों में से अधिकांश को बेचा जाना बाकी था। जबकि तिआनजिन में बेचे गए 390 आइसक्रीन के पैकेट को ट्रैक किया जा रहा है। बताया गया है कि आइसक्रीम बनाने में इस्तेमाल की गई सामग्री में न्यूजीलैंड के मिल्क पाउडर और यूक्रेन का वे-पाउडर शामिल हैं।
बता दें कि वैश्विक महामारी का कारण बनने वाला कोरोना वायरस चीन में पैदा हुआ और पूरी दुनिया में महामारी बनकर फैल गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसे चीनी वायरस करार दे चुके हैं। ट्रंप समेत दुनिया के कई नेताओं द्वारा जांच की मांग पर विश्व स्वास्थ्य संस्था (WHO) ने वायरस का स्त्रोत जांचने के लिए चीन पहुंची है। हालांकि, शुरुआत में बीजिंग इसके लिए तैयार नहीं था। उल्लेखनीय है कि आनाकानी के बाद चीन ने हाल ही में WHO की टीम को अपने यहां आने की अनुमति दी।
अब यह टीम पता लगाएगी कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति वुहान से हुई या नहीं। चीन अपने उपर लगे आरोपो को लगातार खारिज करता रहा है। चीन के मुताबिक विदेश से आयातित मछली और अन्य खाद्य पदार्थों के जरिए कोरोना वायरस चीन में आया था। महामारी शुरू होने के बाद से ही बीजिंग पर यह आरोप लगता रहा कि उसके वुहान शहर स्थित लेबोरेटरी से ही कोरोना वायरस बाहर निकला।