Edited By Yaspal,Updated: 28 Aug, 2020 08:54 PM
पाकिस्तानी सेना के जनरल किस तरह से अपने देश को बेच खाने में लगे हैं, इसका एक ताजा उदाहरण सामने आया है। चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के चेयरमैन जनरल असीम सलीम बाजवा और उनके परिवार के बड़े आर्थिक खेल का खुलासा हुआ है। बाजवा पाकिस्तानी सेना...
इस्लामाबादः पाकिस्तानी सेना के जनरल किस तरह से अपने देश को बेच खाने में लगे हैं, इसका एक ताजा उदाहरण सामने आया है। चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के चेयरमैन जनरल असीम सलीम बाजवा और उनके परिवार के बड़े आर्थिक खेल का खुलासा हुआ है। बाजवा पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता थे और बाद में रिटायर होने पर चीन से करीबी को देखते हुए सीपीईसी के चेयरमैन बना दिए गए। बाजवा के परिवार ने उनके सेना में रहने के दौरान और उसके बाद अब तक 99 कंपनियां और 133 रेस्टोरेंट बना लिए हैं।
पाकिस्तान की चर्चित वेबसाइट फैक्ट फोकस की रिपोर्ट के मुताबिक बाजवा और उनके परिवार का यह आर्थिक साम्राज्य 4 देशों में फैला हुआ है। फैक्ट फोकस वेबसाइट ने जब यह बड़ा खुलासा किया तो कुछ देर के लिए उनकी वेबसाइट ही हैक हो गई। हालांकि बाद में उसे ठीक कर लिया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसे-जैसे सेना में असीम बाजवा का कद बढ़ता गया, उनके परिवार का बिजनस बढ़ता गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जनरल असीम ने अपनी शपथ में कहा था कि उनकी पत्नी का पाकिस्तान के बाहर को कोई बिजनस नहीं है लेकिन असलियत ठीक इसके उलट है। बाजवा इस समय सीपीईसी के चेयरमैन है जिसके तहत चीन अरबों डॉलर का निवेश पाकिस्तान में कर रहा है। यही नहीं जनरल असीम पाक पीएम इमरान खान के विशेष सहायक हैं। असीम बाजवा के छोटे भाइयों ने वर्ष 2002 में पहली बार पापा जॉन पिज्जा रेस्त्रा खोला था। इसी साल जनरल असीम तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ के पास लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में तैनात थे।
असीम बाजवा के भाई नदीम बाजवा ने पिज्जा रेस्त्रां में डिलिवरी ड्राइवर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। आज के समय में उनके भाईयों तथा असीम बाजवा की पत्नी 99 कंपनियों के मालिक हैं। इनके पास पिज्जा कंपनी के 133 रेस्त्रां हैं जिनकी कीमत करीब 4 करोड़ डॉलर है। इन 99 कंपनियों में 66 मुख्य कंपनियां हैं और 33 ब्रांच कंपनी। बाजवा के परिवार ने 5 करोड़ 22 लाख डॉलर अपने बिजनस को विकसित करने में खर्च किया और एक करोड़ 45 लाख डॉलर अमेरिका में संपत्ति खरीदने में।