Edited By Tanuja,Updated: 21 Jul, 2019 12:04 PM
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका के अपने तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर शनिवार दोपहर अमेरिका पहुंच गए । खान, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में ...
वॉशिंगटनः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका के अपने तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर शनिवार दोपहर अमेरिका पहुंच गए । खान, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में 22 जुलाई को मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के दौरान अमेरिकी नेतृत्व उन पर पाकिस्तानी धरती पर सक्रिय चरमपंथी एवं आतंकवादी समूहों के खिलाफ “निर्णायक एवं स्थिर” कार्रवाई करने और तालिबान के साथ शांति वार्ता में सहायक भूमिका निभाने का दबाव बनाएगा। एक तरफ जहां इमरान खान, 22 जुलाई को ट्रंप के साथ बातचीत करेंगे, दूसरी ओर पाकिस्तान आर्मी चीफ, अमेरिकी रक्षा मंत्री पैट्रिक एम और संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मार्क से मुलाकात करेंगे।
क्रिकेटर से नेता बने खान कतर एअरवेज की उड़ान से यहां पहुंचे और अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत अजद मजीद खान के आधिकारिक निवास में ठहरे हुए हैं।दकअसल पाकिस्तान इन दिनों भारी कंगाली का सामना कर रहा है। इसी के तहत इमरान खान ने फिजुल खर्ची रोकने के लिए एक बिजनेस क्लास फ्लाइट कतर एयरवेज के माध्यम से यात्रा की। हवाई अड्डे पर उनके साथ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी मौजूद थे। यहां बड़ी संख्या में मौजूद पाकिस्तानी मूल के अमेरिकियों ने उनका स्वागत किया।
गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर आने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ थे जो अक्टूबर 2015 में यहां आए थे। वॉशिंगटन डीसी में ठहरने के दौरान खान ट्रंप से मुलाकात करने के अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के कार्यकारी प्रमुख डेविड लिप्टन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास से भी मिलेंगे। वह कैपिटल ‘वन एरीना' में हजारों पाकिस्तानी-अमेरिकियों की सभा को रविवार को संबोधित करने वाले हैं। इसके अलावा 23 जुलाई को वह यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस के थिंक टैंक से बात करेंगे।
ऐसा कई दशकों बाद हुआ कि दौरे पर आए किसी पाकिस्तानी नेता का अमेरिका में रह रहे पाकिस्तान के लोगों ने इतनी बड़ी संख्या में स्वागत किया हो। इस बीच उनके यहां पहुंचने से कुछ समय पहले पाकिस्तान ने लॉबिंग करने वाली संस्था होलैंड एंड नाइट की सेवाएं ली हैं। पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ अपने रिश्ते सुधारने के लिए इस प्रमुख लॉबिंग फर्म को काम पर रखा है। 2017 में डोनाल्ड ट्रम्प के पद संभालने के बाद से ही पाकिस्तान और अमेरिका के बीच संबंध अच्छे नहीं हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कई बार पाकिस्तान को आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने में नाकाम रहने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसकी भागिदारी को लेकर नसीहत दे चुके हैं।
बता दें कि इस लॉबिंग टीम में रेनॉल्ड्स, अमेरिकी कांग्रेस के कई पूर्व सदस्य, पूर्व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी समेत कई विशेषज्ञ शामिल हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास का पिछले छह सालों से लॉबिस्ट नहीं है। ट्रंप और इमरान खान की मुलाकात से पाकिस्तान को काफी उम्मीदें हैं। पीटीआई ने ट्वीट किया, 'पाक-अमेरिकी दोस्ती एक ऊबड़-खाबड़ सवारी रही है, लेकिन एक सौहार्दपूर्ण मित्रता फिर भी। पीएम खान की अमेरिका यात्रा एक लक्ष्य के लिए आपसी सहयोग के लिए उस दोस्ती को फिर से हवा दे रही है, क्षेत्र में शांति और स्थिरता!'