Edited By Tanuja,Updated: 28 Sep, 2019 01:50 PM
: पाकिस्तान के मीडिया में उनके प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात को लेकर अजीबोगरीब बातें चल रही हैं...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के मीडिया में उनके प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात को लेकर अजीबोगरीब बातें चल रही हैं। पाकिस्तानी न्यूज चैनल खबर चला रहे हैं कि इमरान खान ने अपनी तीसरी पत्नी बुशरा मेनका के कहने पर ट्रंप का दिमाग बदलने के लिए जादू-टोने का सहारा लिया था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ट्रंप के साथ साझा प्रेस कांफ्रेंस के वक्त इमरान खान माला फेरते दिख रहे हैं। पाकिस्तानी मीडिया में चल रही खबरों कि मानें तो वह इस माला के जरिए किसी मंत्र का जाप कर रहे थे, ताकि वह ट्रंप का दिमाग बदल सकें और ट्रंप पाकिस्तान के पक्ष में बयान दें। यह वीडियो वायरल होने पर दुनिया भर के लोग इमरान खान को फूहड़ व अंधविश्वासी बता रहे हैं और कह रहे हैं कि कश्मीर मुद्दे पर बौखलाए इमरान किस हद तक मुर्खता कर रहे हैं और 21वीं सदी में वह इस तरह की बातों के फेर में पड़े हुए हैं।
ट्रंप और इमरान के मुलाकात का वीडियो ध्यान से देखने पर तो पता चला कि इमरान खान वास्तव में माला फेर रहे हैं। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि इतने महत्वपूर्ण मौके पर भला किसी देश का राष्ट्रध्यक्ष माला क्यों फेरेगा।इतना ही नहीं चर्चा है कि बुशरा मेनका के कहने पर ही इमरान खान अमेरिका दौरे पर जाने से पहले सऊदी अरब के दौरे पर गए थे। यहां बुशरा भी उनके साथ आई थीं।बुशरा के कहने पर इमरान अमेरिका रवाना होने से पहले मक्का में हज करने गए थे। बता दें कि पाकिस्तान में लोग मानते हैं कि इमरान खान की तीसरी पत्नी बुशरा मेनका के जीवन का ज्यादातर समय खुदा की इबादत में बीतता है। दो साल पहले मीडिया में खबरें आई थीं कि वह दो जिन्न को पालती हैं।
यह भी माना जाता है कि इमरान खान ने बुशरा के तंत्र-मंत्र से प्रभावित होकर ही उनसे शादी की है। इमरान खान जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे तो तब भी बुशरा ने उन्हें इस पद तक पहुंचाने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा लिया था। खुद इमरान खान कई दफा पत्रकारों से बातचीत में स्वीकार चुके हैं कि बुशरा मेनका के पास अदृश्य ताकत है, इसलिए वह हमेशा बुर्के में रहती हैं।बुशरा मेनका को पाकिस्तान में लोग पिंक जादूगरनी के नाम से भी संबोधित करते हैं। मालूम हो कि पीएम नरेंद्र मोदी के 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में ट्रंप ने 'इस्लामिक आतंकवाद' जैसे सख्त शब्द का प्रयोग किया था, लेकिन इमरान खान के साथ प्रेस कांफ्रेंस में वह भारत की रजामंदी पर मध्यस्थता की बातें करते देखे गए थे।