Edited By Tanuja,Updated: 04 Oct, 2020 04:50 PM
पाकिस्तान में इमरान खान सरकार द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने के फैसले को लेकर खिलाफत शुरू हो गई है। इमरान खान का कहना है कि...
इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान में इमरान खान सरकार द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने के फैसले को लेकर खिलाफत शुरू हो गई है। इमरान खान का कहना है कि गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने से वहां के लोगों को उनके संवैधानिक अधिकार मिल जाएंगे जबकि विपक्षी दल एकजुट होकर विरोध कर रहा है।उधर, स्विट्जरलैड के जिनेवा में यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी के अध्यक्ष शौकत अली कश्मीरी का कहना है कि ऐसा करने के लिए चीन पाकिस्तानी सेना पर दबाव बना रहा है।
पाकिस्तान में विपक्षी दल PML-N, मुस्लिम कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान (PPP), जमात-ए-इस्लामी, आजाद कश्मीर पीपुल्स पार्टी और दूसरे राजनैतिक दलों ने स्पष्ट किया है कि अगर गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव कराए जाएंगे तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे। विपक्षी दलों ने कहा कि इन दोनों इलाकों को पाकिस्तान का प्रांत बनाने से जम्मू-कश्मीर के विवादित क्षेत्र के लिए विनाशकारी परिणाम साबित होंगे।
बता दें कि इमरान सरकार को अपना बहुमत साबित करने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत पड़ेगी। इस मुद्दे पर पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और ISI प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद ने पिछले महीने विपक्ष के 15 वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इन दोनों अधिकारियों ने विपक्षी दलों को इमरान खान के फैसले पर समर्थन देने को कहा, हालांकि विपक्षी दल पीएमएल- नवाज ने अपने सदस्यों को सेना के सदस्यों से मिलने के लिए मना कर दिया है।