Edited By Tanuja,Updated: 22 Aug, 2018 04:07 PM
तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने 18 अगस्त को पाक के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। रविवार को उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री देश के नाम दिए पहले संदेश में बड़े सुधार करने और पाकिस्तान को भ्रष्टाचार मुक्त करने की बात कही थी...
इस्लामाबादः तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने 18 अगस्त को पाक के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। रविवार को उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री देश के नाम दिए पहले संदेश में बड़े सुधार करने और पाकिस्तान को भ्रष्टाचार मुक्त करने की बात कही थी। इमरान खान ने देश के हालात सुधारने के लिए सरकारी खर्चों में कटौती करने के सिद्धांत पर अमल शुरू कर दिया है।
21 सदस्यीय मंत्रिमंडल की सोमवार को हुई पहली औपचारिक बैठक में उन्हें सिर्फ चाय पिलाई गई। जियो न्यूज ने दावा किया कि मंत्रियों को बिस्किट या कोई अन्य नाश्ता नहीं दिया गया। साथ ही उन्होंने मंत्रियों को बताया कि वह रोज 16 घंटे काम करेंगे। मंत्री भी रोज 14 घंटे काम करें। इमरान ने मंत्रिमंडल सहयोगियों से कहा कि वह करदाताओं का पैसा बर्बाद न करें। इससे पहले इमरान ने मंगलवार को कश्मीर मुद्दे सहित भारत के साथ तमाम मतभेदों को सुलझाने के लिए पाकिस्तान और भारत को वार्ता में शामिल होने की बात कही थी।
दोनों देशों के बीच रिश्ते को सामान्य बनाने के लिए उन्होंने कहा था कि व्यापार शुरू किया जाना चाहिए। इमरान ने अपने ट्विटर पर कहा कि गरीबी को खत्म करने और उपमहाद्वीप के लोगों के विकास के लिए बेहतर रास्ता वार्ता के माध्यम से मतभेदों को सुलझाना और व्यापार करना है। इमरान ने पीएम पद संभालते ही इस्लामाबाद से पाकिस्तान टीवी और रेडियो सेंसरशिप हटाने का फैसला लिया। उन्होंने पूरी तरह से संपादकीय आजादी का पक्ष लेते हुए पाकिस्तान की बेहतरी की बातें कहीं।