Edited By Tanuja,Updated: 22 Apr, 2020 02:02 PM
पाकिस्तान में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। यहां तेजी से नए मामले सामने आने के बावजूद कट्टरपंथी मौलानाओं के दबाव में ...
इस्लामाबादः पाकिस्तान में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। यहां तेजी से नए मामले सामने आने के बावजूद कट्टरपंथी मौलानाओं के दबाव में आकर इमरान खान सरकार ने रमजान के दौरान मस्जिदों में नमाज़ पढ़ने की इजाजत दे दी है। हालांकि इस के साथ प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर मस्जिदों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कराया गया तो इन्हें फिर से बंद भी किया जा सकता है।। इस फैसले के बाद आलोचनाओं से घिरे इमरान ने कहा कि हम आज़ाद देश हैं, जो ठीक लगेगा वही करेंगे।
इमरान ने साफ़ कहा कि अगर कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए आधिकारिक दिशा-निर्देशों का अगर लोगों ने पालन नहीं किया तो आगामी रमजान के महीने में मस्जिदों को बंद करना पड़ेगा। बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस से 9,700 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 209 लोगों की इससे मौत भी हो गयी है। कुछ दिन पहले ही मस्जिदों में लोगों के बीच सामाजिक दूरी बनाए रखने पर सरकारी दिशा-निर्देशों के पालन को लेकर मौलवियों के सहमति जताने के बाद सरकार ने रमजान के महीने में मस्जिदों में नमाज अदा करने की इजाजत दी थी।
सरकार और मौलानाओं में बनी सहमति के तहत 50 से ज्यादा उम्र के लोगों, नाबालिगों और बुखार से पीड़ित लोगों को मस्जिद में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। लोगों को नमाज के दौरान छह फुट की दूरी बनाकर रखनी होगी और मास्क भी पहनना होगा। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान ने रमजान के दौरान मस्जिदों को खुला रखने का फैसला किया क्योंकि 'हम एक आजाद देश हैं और अपने हालात के मुताबिक फैसला करते हैं। '
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी से निपटने में दूसरे देशों की तुलना में पाकिस्तान के सामने बड़ी चुनौती है क्योंकि देश को मौजूदा लॉकडाउन के बीच गरीबी से भी जूझना है और संकट का असर देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ ने कहा है कि लोगों की आवाजाही के लिए अफगानिस्तान से लगी सीमा को खोल दिया गया है लेकिन भारत से लगी सीमा बंद है। उन्होंने कहा, 'सीमा पार फंसे हुए लोगों को लाने के लिए भारत से संपर्क में हैं।' यूसुफ ने कहा कि विभिन्न देशों से पाकिस्तानी नागरिकों को लाने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था की गयी और इस सप्ताह उनमें से 6,000 लोग आएंगे।