Edited By Tanuja,Updated: 11 Sep, 2018 10:47 AM
पाकिस्तान की नई इमरान खान सरकार चीन की महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड ( OBOR) योजना से नाखुश नजर आ रही है। यही वजह कि पाक सरकार चीन से पूर्व में हुए समझौतों पर फिर से बातचीत की योजना बना रही ...
पेशावरः पाकिस्तान की नई इमरान खान सरकार चीन की महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड ( OBOR) योजना से नाखुश नजर आ रही है। यही वजह कि पाक सरकार चीन से पूर्व में हुए समझौतों पर फिर से बातचीत की योजना बना रही है। नई इमरान सरकार का मानना है कि यह समझौता अनुचित रूप से चीनी कंपनियों के पक्ष में है।
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार परियोजना अरबों डालर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) योजना से जुड़ी है। इसमें एशिया और यूरोप को पुराने रेशम मार्क से जोड़ने की योजना है।पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार के मंत्री और सलाहकारों का कहना है कि समझौते से चीनी कंपनियों को अनुचित रूप से लाभ हुआ है।
CPEC की शुरुआत 2015 में हुई। इसमें सड़क, रेलवे और ऊर्जा परियोजनाओं को चीन के संसाधन समृद्ध शिनजिआंग उगुर स्वायत्त क्षेत्र को पाकिस्तान के अरब सागर में स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ग्वादर बंदरगाह को जोड़ने की योजना है।उल्लेखनीय है कि इमरान खान ने पूर्व में सीपीईसी परियोजनाओं में पारदर्शिता का अभाव और भ्रष्टाचार को लेकर जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की आलोचना की थी।
उन्होंने मौजूदा सीपीईसी अनुबंधों का पूरा ब्योरा सार्वजनिक करने का संकल्प जताया है जो गोपनीय रखा गया है। खान के वाणिज्य, परिधान, उद्योग एवं उत्पादन तथा निवेश मामलों के सलाहकार अब्दुल रज्जाक दाऊद के हवाले से ब्रिटेन के एक अखबार ने लिखा है किपूर्व सरकार ने सीपीईसी के मामले में चीन के साथ बातचीत में अच्छा काम नहीं किया।