Edited By Tanuja,Updated: 23 Oct, 2018 02:47 PM
चीन के विस्तारवादी रवैये से निपटने के लिए भारत और जापान हाथ मिलाने जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, जापान भारत के साथ सैन्य समझौता करना चाहता है, ताकि दोनो देश एक-दूसरे के नौसैनिक अड्डों तक पहुंच सुनिश्चित कर सकें।
इंटरनेशनल डेस्कः चीन के विस्तारवादी रवैये से निपटने के लिए भारत और जापान हाथ मिलाने जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, जापान भारत के साथ सैन्य समझौता करना चाहता है, ताकि दोनो देश एक-दूसरे के नौसैनिक अड्डों तक पहुंच सुनिश्चित कर सकें।
जापान के राजदूत ने सोमवार को कहा कि दोनों ही देशों ने अपने सुरक्षा संबंधों को मजबूत किया है, जिससे क्षेत्र में चीन की बढ़ती हुई सक्रियता को नियंत्रित किया जा सके।
बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री इस सप्ताह जापान की यात्रा पर जा रहे हैं। यहां देशों के बीच प्रस्तावित वार्षिक शिखर सम्मेलन में वे जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे से बातचीत करेंगे, जिसका प्रमुख एजेंडा दोनों देश की सेनाओं के बीच संबंध मजबूत करना है।
इस दौरान नौसैनिक अड्डों के सांझा इस्तेमाल पर बड़ा समझौता होने की संभावना है। गौरतलब है कि मोदी और आबे के बीच हाल के वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों का तेजी से विकास हुआ है। दोनों देशों की सेनाओं ने अमेरिकी सेना साथ मिलकर हिंदमहासागर में नौसेनिक अभ्यास किया है।