Edited By vasudha,Updated: 13 Dec, 2019 06:16 PM
अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत उन चुनिंदा देशों में से एक है जिसका यहूदी विरोधी घृणा का कोई रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज को खुलेपन और करुणा के लिए जाना जाता है...
वाशिंगटन: अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत उन चुनिंदा देशों में से एक है जिसका यहूदी विरोधी घृणा का कोई रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज को खुलेपन और करुणा के लिए जाना जाता है।
यहूदी समुदाय को संबोधित करते हुए हनुका समारोह में श्रृंगला ने कहा कि अमेरिका में भारतीय और यहूदी समुदायों की घनिष्ठ साझेदारी से भारत और इजराइल के बीच संबंध मजबूत हुए। हनुका यहूदियों का त्यौहार है और इसे रोशनी के उत्सव के तौर पर भी जाना जाता है।
श्रृंगला ने वाशिंगटन में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि भारत उन चुनिंदा देशों में से एक है जिसका इतिहास में या आधुनिक दौर में यहूदी विरोध का कोई रिकॉर्ड नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारतीय समाज को उसके खुलेपन और करुणा के लिए जाना जाता है जो ‘वसुदैव कुटुम्बकम' के मूल सिद्धांत में निहित है जिसका मतलब है कि विश्व एक परिवार है।