Edited By ,Updated: 12 Mar, 2016 03:13 PM
भारत और अमरीका ने जलवायु परिवर्तन पर द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के उद्देश्य से एक नई पहल करते हुए फुलब्राइट-कलाम जलवायु फैलोशिप...
वाशिंगटन: भारत और अमरीका ने जलवायु परिवर्तन पर द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के उद्देश्य से एक नई पहल करते हुए फुलब्राइट-कलाम जलवायु फैलोशिप की शुरुआत की है । यह फैलोशिप जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में भारतीय शोधार्थियों को अमरीकी संस्थानों में काम करने का अवसर मुहैया कराएगी ।
एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, संयुक्त रूप से दोनों देशों की सरकारों द्वारा दिए जाने वाले इस फैलोशिप के लिए आवेदकों के आवेदन कल पहली बार मांगे गए। इसके तहत 6 भारतीय पीएचडी छात्रों और पोस्ट-डॉक्टरल शोधकर्ताओं को 6 से 12 महीनों की अवधि के लिए अमरीकी संस्थानों के साथ काम करने का मौका मिलेगा ।
फैलोशिप का नाम दिवंगत भारतीय राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया है और यह अमरीकी राष्ट्रपति बराक आेबामा और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दोनों देशों में जलवायु परिवर्तन से संबंधत मुद्दों का समाधान करने के लिए दीर्घकालिक क्षमता निर्माण के लिए की गई प्रतिबद्धता का एक हिस्सा है । प्रतिष्ठित फुलब्राइट कार्यक्रम के अंतर्गत यूएस-इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन (यूएसआईईएफ) इस फैलोशिप का संचालन करेगी । एक वैज्ञानिक और राजनेता रहे कलाम ने भारत और अमरीका के लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाने का जोरदार समर्थन किया था।