Edited By Isha,Updated: 09 Nov, 2018 03:00 PM
अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय अमरीकी प्रोफेसर सुरेश वी गैरीमेला को देश के प्रतिष्ठित नेशनल साइंस बोर्ड के सदस्य के रूप में नियुक्त करने की मंशा व्यक्त की है। गैरीमेला इंडियाना में पड्र्यू यूनिर्विसटी में स्कूल ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग...
वॉशिंगटनः अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय अमरीकी प्रोफेसर सुरेश वी गैरीमेला को देश के प्रतिष्ठित नेशनल साइंस बोर्ड के सदस्य के रूप में नियुक्त करने की मंशा व्यक्त की है। गैरीमेला इंडियाना में पड्र्यू यूनिर्विसटी में स्कूल ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग में आर यूजीन और सूसी गुडसन प्रोफेसर है। वह नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) के एक उद्योग/विश्विद्यालय सहकारी अनुसंधान केंद्र ‘कूङ्क्षलग टेक्नोलॉजीज रिसर्च सेंटर’ के निदेशक भी हैं।
व्हाइट हाउस के मुताबिक, गैरीमेला को छह साल के लिए नेशनल साइंस बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया जा सकता है। उनका संभावित कार्यकाल 10 मई 2024 तक का होगा। वह ट्रंप द्वारा बोर्ड में नियुक्त किये सात सदस्यों में से एक हैं। नेशनल साइंस बोर्ड का गठन 1950 के नेशनल साइंस फाउंडेशन एक्ट के तहत किया गया था, जो एनएसएफ के कार्यक्रमों की निगरानी करता है और उसके लिए नीतियां तैयार करता है। वर्ष 1985 में आईआईटी मद्रास से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री हासिल करने वाले गैरीमाला ने कहा कि मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’’