Edited By Isha,Updated: 13 May, 2018 05:00 PM
राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान मीडिया के एक फर्जी समूह को ऑस्ट्रेलिया आने में मदद पहुंचाने के आरोपी भारतीय पत्रकार को और छह हफ्ते हिरासत में रहना होगा। मीडिया में आई एक खबर के मुताबिक
मेलबर्नः राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान मीडिया के एक फर्जी समूह को ऑस्ट्रेलिया आने में मदद पहुंचाने के आरोपी भारतीय पत्रकार को और छह हफ्ते हिरासत में रहना होगा। मीडिया में आई एक खबर के मुताबिक राकेश कुमार शर्मा (46) को शुक्रवार को ब्रिसबेन मजिस्ट्रेट अदालत ने हिरासत में भेज दिया और राष्ट्रमंडल अभियोजकों के अनुरोध पर मामले को 22 जून तक के लिए स्थगित कर दिया।
एक अंग्रेजी वेबसाइट की खबर के मुताबिक ऑस्ट्रेलियाई सीमा बल (एबीएफ) अधिकारियों ने शर्मा को आठ अन्य लोगों के साथ मार्च में हिरासत में लिया था क्योंकि उनके साथियों की मान्यता वास्तविक नहीं थी। इन आठ लोगों की उम्र 20 से 37 साल के बीच है। हरियाणा के रहने वाले शर्मा ने अदालती दस्तावेज में खुद को हिन्दी के एक अखबार का पत्रकार बताया है। अभियोजकों का दावा है कि शर्मा की मान्यता वास्तविक है लेकिन उसने समूह की यात्रा में मदद की।
शर्मा पर लोगों की तस्करी करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में दोषी ठहराए जाने पर न्यूनतम पांच साल की कैद की सजा हो सकती है। यह आरोप उस व्यक्ति पर लागू होता है जो पांच या इससे अधिक लोगों की तस्करी का आरोपी है और इस अपराध को लेकर अधिकतम 20 साल की सजा हो सकती है। गौरतलब है कि शर्मा के मामले में आस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस देर कर रही है जो साक्ष्यों का ब्योरा तैयार करने में जुटी है। एबीएफ ने अन्य आठ लोगों को आव्रजन हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है। राष्ट्रमंडल खेल ब्रिसबेन के गोल्ड कोस्ट पर चार अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच हुए थे।