Edited By Pardeep,Updated: 09 May, 2018 09:57 PM
लंदन को दुनियाभर में छात्रों के लिहाज से अनुकूल शहरों की सूची में शीर्ष स्थान हासिल हुआ है और शहर में भारतीय छात्रों का समूह संख्या के लिहाज से चौथे स्थान पर है। ‘ क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट््स सिटीज रैंकिंग ’ में लंदन के बाद टोक्यो , मेलबर्न ,...
लंदन: लंदन को दुनियाभर में छात्रों के लिहाज से अनुकूल शहरों की सूची में शीर्ष स्थान हासिल हुआ है और शहर में भारतीय छात्रों का समूह संख्या के लिहाज से चौथे स्थान पर है। ‘ क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट्स सिटीज रैंकिंग ’ में लंदन के बाद टोक्यो, मेलबर्न, मॉन्ट्रियल और पेरिस का नंबर आता है। इस सूची में जगह पाने वाला एकमात्र भारतीय शहर मुंबई है , जिसे 99 वां स्थान मिला है।
उल्लेखनीय रूप से इस सूची में शामिल शीर्ष दस शहरों में अमेरिका के एक भी शहर को स्थान नहीं मिला है। शहर में मौजूद आला दर्जे के विश्वविद्यालयों की संख्या, स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर, सांस्कृतिक विविधता और जीवन के गुणवत्ता जैसे पहलुओं के आधार पर ये रैंकिंग तय की गई। वहीं लंदन के मेयर की एजेंसी लंदन एंड पार्टनर्स ( एल एंड पी ) द्वारा जारी एक संबंधित अध्ययन में कहा गया है कि शहर में जिन विदेशी छात्र समूहों का दबदबा है, उनमें भारतीय विद्यार्थी भी शामिल हैं।
एल एंड पी ने कहा है कि 2016-17 के दौरान लंदन में भारतीय छात्रों की संख्या 4,545 रही, जो ब्रिटेन में पढ़ाई कर रहे कुल भारतीय विद्यार्थियों का 26 प्रतिशत है। लंदन में छात्रों की संख्या के लिहाज से भारत का स्थान चीन, अमेरिका और इटली के बाद आता है। लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा, ‘‘ हमारे पास किसी भी अन्य शहर के मुकाबले अधिक शीर्ष विश्वविद्यालय और विदेशी छात्र संख्या है और मैं चाहता हूं कि यह कायम रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ लंदन पढ़ाई , व्यापार करने और नवोन्मेष के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ स्थान है और शहर के सभी लोगों को इन मौकों का फायदा उठाना चाहिए। ’’