Edited By ,Updated: 20 Nov, 2016 04:25 PM
भारतीय मूल की अमरीकी महिला सांसदों ने राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप के हर उस काम का विरोध करने का फैसला किया है ...
वाशिंगटनः भारतीय मूल की अमरीकी महिला सांसदों ने राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप के हर उस काम का विरोध करने का फैसला किया है जिसका समाज के मौजूदा ढांचे पर फर्क पड़ेगा। डैमोक्रेटिक पार्टी की ओर से सीनेट में पहली बार पहुंचीं कमला हैरिस ने सीनेटर जैफ सेशंस को अटार्नी जनरल के पद पर नियुक्त करने के ट्रंप के फैसले की निंदा की है।
कहा है कि सेशंस की नियुक्ति खास तरह के फैसलों को हरी झंडी देने के लिए की गई है, जो चिंतित करने वाला है। जबकि प्रतिनिधि सभा में पहुंची प्रमिला जयपाल ने ट्रंप पर भेदभाव वाली नीतियां लागू करने का आरोप लगाया है। कहा है कि समाज उनकी विभाजनकारी नीतियां बर्दाश्त नहीं करेगा। सीनेट में पहली बार पहुंचीं भारतीय मूल की कमला की मां भारतीय थीं जबकि उनके पिता जमैका के थे। वह दो बार कैलीफोर्निया की अटार्नी जनरल रह चुकी हैं।
प्रतिनिधि सभा में पहली बार पहुंची भारतीय मूल की प्रमिला ने कहा है कि ट्रंप ने चुने जाने के बाद से लगातार अमरीकी लोगों को डराना जारी रखा है। उनके समर्थक नस्ल और रंग के आधार पर लोगों का उत्पीड़न कर रहे हैं। चुनाव के बाद 300 से ज्यादा इस तरप के अपराध पूरे अमरीका में दर्ज किए गए हैं। स्टीव बैनन को मुख्य रणनीतिज्ञ और जेफ सेशंस को महाधिवक्ता बनाना दर्शाता है कि ट्रंप किस दिशा में काम कर रहे हैं। वह चुनाव प्रचार में कही बातों को क्रियान्वित करने के लिए अब आगे बढ़ रहे हैं। इससे अमरीकी समाज में विभाजन बढ़ेगा।