Edited By shukdev,Updated: 03 Jan, 2019 06:30 PM
ग्रीन कार्ड के लिए पहले से तय सभी देशों का कोटा खत्म करने से अमरीकी श्रम बाजार में मौजूद भेदभाव खत्म होगा और साथ ही अमरीका की नागरिकता पाने वालों में भारतीयों और चीनियों की संख्या बढ़ेगी। यह बात अमरीकी संसद की एक हालिया रिपोर्ट में कही गई है। ग्रीन...
वाशिंगटन : ग्रीन कार्ड के लिए पहले से तय सभी देशों का कोटा खत्म करने से अमरीकी श्रम बाजार में मौजूद भेदभाव खत्म होगा और साथ ही अमरीका की नागरिकता पाने वालों में भारतीयों और चीनियों की संख्या बढ़ेगी। यह बात अमरीकी संसद की एक हालिया रिपोर्ट में कही गई है। ग्रीन कार्ड गैर-अमरीकी नागरिकों को स्थायी रूप से अमरीका में रहने और वहां काम करने की अनुमति देता है।
गौरतलब है कि मौजूदा आव्रजन नीति के तहत देशों के लिए ग्रीन कार्ड आबंटन में 7 प्रतिशत कोटे से सबसे ज्यादा नुक्सान भारतीयों को हो रहा है जो सबसे कुशल पेशेवर होते हैं और सामान्य तौर पर एच-1बी वीजा पर अमरीका पहुंचते हैं। कांग्रेस की स्वतंत्र अध्ययन शाखा द्विदलीय संसदीय अध्ययन सेवा (सी.आर.एस.) का कहना है कि यदि रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड या कानूनी स्थायी निवासी दर्जा (एल.पी.आर.) जारी करने में कोटा खत्म कर दिया गया तो इनके लिए भारतीय और चीनी नागरिकों के आवेदनों की लाइन लग जाएगी और उन्हें निपटाने में बहुत वक्त लगेगा।