Edited By Anil dev,Updated: 04 Dec, 2020 01:48 PM
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रीय खुफिया निदेशक जॉन रेटक्लिफ ने कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से चीन अमेरिका और बाकी अन्य मुक्त देशों के लिए अब तक का सबसे बड़ा खतरा है । रेटक्लिफ का यह बयान बृहस्पतिवार को ऐसे समय आया है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप...
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रीय खुफिया निदेशक जॉन रेटक्लिफ ने कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से चीन अमेरिका और बाकी अन्य मुक्त देशों के लिए अब तक का सबसे बड़ा खतरा है । रेटक्लिफ का यह बयान बृहस्पतिवार को ऐसे समय आया है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन पर बीजिंग के खिलाफ कड़ा रुख बनाने रखने के लिहाज से चीन विरोधी बयान दे रहे हैं।
द वॉल स्ट्रीय जर्नल में बृहस्पतिवार को प्रकाशित एक स्तंभ में रेटक्लिफ ने लिखा, च्च्खुफिया विभाग स्पष्ट है कि बीजिंग का इरादा अमेरिका और बाकी दुनिया पर आर्थिक, सैन्य और तकनीक के लिहाज से दबदबा बनाने का है। उन्होंने कहा कि चीन के कई बड़े पहल और कई बड़ी कंपनियां सिर्फ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की गतिविधियों का छद्म रूप है और वह इस तरह के बर्ताव को जासूसी और डकैती करार देते हैं। उन्होंने कहा कि चीन ने अमेरिका की कंपनियों की बौद्धिक संपदाएं चुराई हैं, उनके तकनीक की प्रतिकृतियां तैयार कीं और फिर वैश्विक बाजार में अमेरिकी कंपनियों की जगह ले ली।
ट्रंप प्रशासन के अधिकारी चीन विरोधी बातें कई महीनों से कर रहे हैं और खास करके राष्ट्रपति चुनाव के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के लिए भी चीन को जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि बाइडन चीन के मामले में नरमी बरत सकते हैं। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन इस बात से सहमत हैं कि चीन अंतरराष्ट्रीय कारोबार नियमों का पालन नहीं कर रहा है।