Edited By Akash sikarwar,Updated: 18 Mar, 2021 10:31 AM
कंगाल पाकिस्तान में सिर्फ जनता महंगाई और बेरोजगारी से ही बेहाल नहीं है, बल्कि उसे जहरीली हवा में सांस लेने पर भी मजबूर होना पड़ रहा है। आईक्यूएयर ग्लोबल एयर क्वालिटी रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान को विश्व का दूसरा सबसे प्रदूषित देश घोषित किया गया है।
इंटरनेशनल डेस्क: कंगाल पाकिस्तान में सिर्फ जनता महंगाई और बेरोजगारी से ही बेहाल नहीं है, बल्कि उसे जहरीली हवा में सांस लेने पर भी मजबूर होना पड़ रहा है। आईक्यूएयर ग्लोबल एयर क्वालिटी रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान को विश्व का दूसरा सबसे प्रदूषित देश घोषित किया गया है। वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2020 के अनुसार पहले भी पाकिस्तान की एयर क्वालिटी रिपोर्ट बहुत खराब रही है। पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में धुएं, धुंध और स्मॉग के कारण हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है।
20 फीसदी मौतों का संबंध वायु प्रदूषण से
समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, देश का सबसे प्रदूषित शहर पंजाब प्रांत का लाहौर है। कुल मिलाकर लाहौर दुनिया का 18वां सबसे प्रदूषित शहर है। पाकिस्तान में होने वाली 20 फीसदी मौतों का संबंध वायु प्रदूषण से है। विशेषज्ञों का कहना है कि देश की प्रदूषित हवा अस्थमा वाले लोगों के लिए घातक हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप स्वस्थ बच्चों में भी बीमारी विकसित हो सकती है।
पाकिस्तान का सबसे साफ शहर इस्लामाबाद
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देश का सबसे साफ शहर इस्लामाबाद है। जिसका एयर क्वालिटी इंडेक्स 110 है। सबसे प्रदूषित शहर लाहौर है। इसके साथ-साथ लाहौर विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में 18वें स्थान पर है। इसका एयर क्लाविटी इंडेक्स 163 है। आईक्यूएयर की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हवा में प्रदूषण के नकारात्मक प्रभाव से 20 प्रतिशत लोगों की मौत हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह देश दमा के मरीजों के लिए बहुत खराब हो सकता है। साथ ही बच्चों में भी यह बीमारी विकसित हो सकती है। पाकिस्तान में वायु प्रदूषण के लिए कुछ प्रमुख चीजें जिम्मेदार हैं। इसमें वाहनों से निकलना वाला धुंआ और सड़कों पर फैली धूल है।