Edited By Ali jaffery,Updated: 11 Jun, 2021 12:09 PM
उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में एक मुफ्ती को नोबल पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई को शादी पर उनकी हालिया टिप्पणी को लेकर उन्हें आत्मघाती हमले में मारने की धमकी देने और लोगों को उनपर हमला करने के लिए उकसाने के आरोप में आतंकवाद निरोधी कानून के तहत...
इंटरनेशनल डेस्क: उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में एक मुफ्ती को नोबल पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई को शादी पर उनकी हालिया टिप्पणी को लेकर उन्हें आत्मघाती हमले में मारने की धमकी देने और लोगों को उनपर हमला करने के लिए उकसाने के आरोप में आतंकवाद निरोधी कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। ‘डॉन' अखबार ने बृहस्पतिवार को लक्की मारवत जिला पुलिस दफ्तर के हवाले से खबर दी कि पुलिस ने खैबर पख्तूनख्वा के मुफ्ती सरदार अली हक्कानी के घर पर छापा मारा और बुधवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ‘वोग' पत्रिका को दिए एक साक्षात्कार में 23 वर्षीय यूसुफजई ने कहा कि उन्हें पक्के तौर पर नहीं पता कि वह कभी शादी करेंगी भी।
पाकिस्तानी कार्यकर्ता यूसुफजई के सिर में तालिबान ने 2012 में गोली मार दी थी। वह पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए काम करती हैं। उन्होंने कहा, “मुझे अब भी समझ में नहीं आता कि लोगों को शादी क्यों करनी पड़ती है। अगर आप अपने जीवन में एक व्यक्ति चाहते हैं, तो आपको शादी के कागजात पर हस्ताक्षर करने की क्या ज़रूरत है, यह सिर्फ एक साझेदारी क्यों नहीं हो सकती?” हक्कानी प्रांत के नौशेरा इलाके का बाशिंदा है लेकिन जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो वह लक्की मारवत इलाके के पिज़ो में था। वह जाहिर तौर पर गिरफ्तारी से बचने के लिए भागा था। हक्कानी पर लोक व्यवस्था बनाए रखना अधिनियम और आतंकवाद रोधी अधिनियम के तहत आरोप लगाया गए हैं। खबर के मुताबिक, मामले में शिकायतकर्ता एसएचओ (थाना प्रभारी) वसीम सज्जाद की हैं। लक्की मारवत के पिजो थाने में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में मुफ्ती सरदार पेशावर के वहिद गढ़ी इलाके में लोगों को कानून अपने हाथ में लेने और यूसुफजई पर हमला करने के लिए उकसा रहे हैं।
खबर में बताया गया है कि जब घटना हुई तब वह हथियार से लैस थे। प्राथमिकी में उसके हवाले से कहा गया है, “ जब मलाला पाकिस्तान आएंगी तो मैं उनपर आत्मघाती हमला करने वाला पहला शख्स होउंगा।” शिकायत में कहा गया है कि भाषण से शांति के लिए खतरा पैदा हो सकता था और इसमें अराजकता के लिए भड़काया गया था। हिंसा भड़काने वाला वीडियो भाषण वायरल हो गया और कई लोगों ने सरकार से उसके खिलाफ कार्रवाई करने की गुजारिश की। बहारहाल, यूसुफजई की टिप्पणी ने पाकिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में तूफान ला दिया है। प्रांतीय असेम्बली में विपक्षी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के सदस्य साहिबज़ादा सनाउल्लाह ने सरकार से मांग की है कि इस बात की जांच की जाए कि उन्होंने शादी को लेकर टिप्पणी की है या नहीं। खबर में कहा गया है कि पीपीपी एवं मजहबी-राजनीतिक पार्टियों गठबंधन मुत्ताहिदा मजिलिस-ए-अमल ने भी उनके परिवार से मुद्दे पर स्थिति साफ करने को कहा है।