ईरान के एलिट रिवोल्यूशनरी गार्ड ने बुधवार को ईरानी संसद और खुमैनी मकबरे पर हुए आतंकी हमले के लिए सऊदी अरब और अमरीका को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया...
तेहरान: ईरान के एलिट रिवोल्यूशनरी गार्ड ने बुधवार को ईरानी संसद और खुमैनी मकबरे पर हुए आतंकी हमले के लिए सऊदी अरब और अमरीका को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया है कि सऊदी ने इस आंतकी हमले के लिए खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस का समर्थन किया।
सऊदी अरब और ईरान लंबे समय से एक-दूसरे के विरोधी
बता दें कि सऊदी अरब और ईरान लंबे समय से एक-दूसरे के विरोधी रहे हैं। हाल ही में अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने पहले विदेशी दौरे पर सऊदी से ईरान पर हमला बोला था।बता दें कि बुधवार को ही इन आतंकी हमलों से पहले सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने अब्देल जुबेर ने खुलेआम धमकी दी थी कि ईरान को खाड़ी क्षेत्र में दखल देने और आतंकी संगठनों का समर्थन करने का खामियाजा निश्चित रूप से भुगतना पड़ेगा। जुबेर की इस धमकी के कुछ घंटे बाद ही ईरान में आतंकी हमले हुए। बता दें कि ईरान शिया बहुल मुस्लिम राष्ट्र है, जबकि सऊदी सुन्नी बहुल मुस्लिम राष्ट्र है। हाल ही में दोनों देशों ने एक-दूसरे से राजनयिक संबंध तक खत्म कर लिए थे। अब सऊदी और ईरान के बीच टकराव के हालात पैदा हो गए हैं। इससे पहले सऊदी समेत सात देशों ने कतर से राजनयिक रिश्ते खत्म कर लिए थे।
बेकसूरों के एक कतरे खून को भी व्यर्थ नहीं जाने देगा ईरान
तेहरान में हुए दोहरे आतंकी हमले के बाद ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने एक बयान में कहा कि रिवोल्यूशनरी गार्ड आतंकी हमले में जान गंवाने वाले बेकसूरों के एक कतरे खून को भी व्यर्थ नहीं जाने देगा।
गौरतलब है कि ईरानी संसद और खुमैन के मकबरे पर बुधवार को हुए हमलों में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए। वहीं, ईरान के सुरक्षा बल इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर ने आतंकियों के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया।
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