Edited By Tanuja,Updated: 26 Jun, 2019 12:16 PM
ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई पर अमेरिका के प्रतिबंधों पर पलटवार करते हुए राष्ट्रपति हसन रूहानी ने...
इंटरनेशनल डेस्कः ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई पर अमेरिका के प्रतिबंधों पर पलटवार करते हुए राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को ‘मानसिक रूप से कमजोर’ बताया है। रूहानी ने मंगलवार को कहा, ‘अमेरिकी प्रतिबंध का खामनेई पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उनकी विदेश में कोई संपत्ति नहीं है। खामनेई और विदेश मंत्री जवाद जारिफ समेत अन्य अधिकारियों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना ट्रंप की हताशा का संकेत है।
अमेरिकी राष्ट्रपति की कार्रवाई का मतलब है कि वह मानसिक रूप से कमजोर हैं। तेहरान के रणनीतिक धैर्य का मतलब यह नहीं है कि हम डरे हुए हैं।’ रूहानी ने कहा कि देश के सुप्रीम लीडर समेत अन्य नेताओं पर प्रतिबंध यह दिखाता है कि अमेरिका बातचीत का ढोंग रच रहा है। वाशिंगटन बातचीत करने की पेशकश के बारे में ‘झूठ’ बोल रहा है। वहीं, ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा कि हमारे सर्वोच्च नेता खामनेई और अन्य पर प्रतिबंध लगाने से कूटनीति का रास्ता स्थायी रूप से बंद हो गया है।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने मंगलवार को कहा कि वाशिंगटन के साथ वार्ता की पेशकश पर ईरान गहरी चुप्पी बनाए हुए है। येरुशलम में बोल्टन ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने वार्ता के लिए दरवाजे खुले रखे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ईरान ने मध्य एशिया में अमेरिकी नागरिकों और संपत्ति पर हमले किए। इतना ही नहीं, ईरान परमाणु हथियार हासिल करने का प्रयास कर रहा है।