Edited By Tanuja,Updated: 23 Mar, 2020 11:37 AM
कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे देशों में से एक ईरान ने वायरस से लड़ने के लिए अमेरिका की पेशकश एक बार फिर ठुकरा दी है। ईरान का कहना है कि अमेरिका
तेहरानः कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे देशों में से एक ईरान ने वायरस से लड़ने के लिए अमेरिका की पेशकश एक बार फिर ठुकरा दी है। ईरान का कहना है कि अमेरिका उसे मदद देने की जगह ऐसी दवा भेज देगा जिससे वायरस मरेगा ही नहीं।
ईरान के सुप्रीम लीडर अली खुमैनी ने यहां तक कहा है कि अमेरिका ईरान में ऐसा ड्रग ला सकता है जिससे वायरस जिंदा रहे और उसे मिटाना नामुमकिन हो जाए। अमेरिका ने फरवरी में ईरान की मदद की पेशकश की थी लेकिन ईरान ने उसे ठुकरा दिया। खुमैनी ने रविवार को 129 नई मौतों का आंकड़ा जारी करते हुए अमेरिका पर तीखा हमला किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ईरान में अब तक 1,685 लोगों की मौत कोरोना वायरस के चलते हो चुकी है। अब तक कुल 21,638 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। खुमैनी ने साफ कहा है, 'अमेरिका हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है। अमेरिका के नेता झूठे हैं।' खुमैनी ने उन्हें लालची और आतंकी तक बता डाला। उन्होंने कहा, 'अमेरिका का हमारे मांगने पर हमें दवाओं और इलाज में मदद करने का प्रस्ताव हैरानी भरा है।' उन्होंने कहा कि अमेरिका में खुद इक्विपमेंट्स और दवाओं की कमी है।