Edited By Pardeep,Updated: 08 Jan, 2020 12:44 PM
इराक में ईरान द्वारा अमेरिकी सेना के दो ठिकानों पर मिसाइल हमलों में 80 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई। ईरान ने इस बात की पुष्टि की है। वहीं इराक सेना ने भी बयान जारी कर बताया कि अमेरिकी सैनिकों के अड्डों पर किए 22 मिसाइल हमलों में कोई इराकी नहीं मारा...
बगदादः इराक में ईरान द्वारा अमेरिकी सेना के दो ठिकानों पर मिसाइल हमलों में 80 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई। ईरान ने इस बात की पुष्टि की है। वहीं इराक सेना ने भी बयान जारी कर बताया कि अमेरिकी सैनिकों के अड्डों पर किए 22 मिसाइल हमलों में कोई इराकी नहीं मारा गया। जानकारी के मुताबिक अल-असद बेस पर अमेरिकी सुरक्षा बल के ठिकाने पर सबसे ज्यादा मिसाइलें दागी गईं। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने भी ईरान के हमले की पुष्टि की है। पेंटागन ने ईरानी हमले की खबर पर मुहर लगाते हुए कहा कि इराक में हमारे दो ठिकानों पर ईरान ने मिसाइल से हमला किया है। बता दें इससे पहले भी अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट हमले हो चुके हैं। यह घटनाएं ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद हो रही हैं।
अमेरिकी से युद्ध का इरादा नहीं: ईरान
ईरान ने कहा है कि इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर किए गए हमले आत्मरक्षा में उठाया गया कदम है और यह संयुक्त राष्ट्र की घोषणापत्र के अनुरूप है। ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने ट्वीट कर कहा,‘‘ईरान ने संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा में उस अमेरिकी ठिकाने को निशाना बनाया जहां से हमारे नागरिकों और वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कायरतापूर्ण सशस्त्र हमला किया गया था। हम तनाव बढ़ाना या युद्ध नहीं चाहते हैं, लेकिन किसी भी आक्रमण के खिलाफ खुद का बचाव करेंगे।''
अमेरिका एफएए उड़ानें निलंबित
अमेरिकी फेडरल एविएशन अथॉरिटी (एफएए) ने क्षेत्र में सैन्य गतिविधियों बढ़ने के कारण फारस की खाड़ी में उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। एफएए ने बयान जारी कर कहा, ‘‘फारस की खाड़ी और ओमान खाड़ी में सैन्य गतिविधियां बढ़ने के कारण कुछ उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं।'' इससे पहले अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ‘पेंटागन' ने बताया था कि ईरान ने इराक में स्थित अल-असद और एरबिल एयरबेस जहां अमेरिकी सेना तैनात है वहां दर्जनों मिसाइल हमले किए हैं।
ईरान के मिसाइल हमले के बाद अमेरिका सेना मुस्तैद: रिपोर्ट
ईरान के पश्चिमी इराक में स्थित अल असद एयरबेस पर मिसाइल हमला करने के बाद पूर्वी सीरिया में स्थित अमेरिकी बल मुस्तैद हो गए हैं। ईरानी मीडिया के अनुसार इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गाडर् कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने घोषणा की है कि एयरबेस पर हमला अमेरिका द्वारा कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए किया गया है। प्रवक्ता स्टेफ़नी ग्रिशम ने पुष्टि करते हुए कहा कि इराक में अमेरिकी एयरबेस पर हमले की खबर से व्हाइट हाउस परिचित है और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
बता दें कि ईरान सुलेमानी की मौत का बदला लेने की धमकी दे चुका है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी किसी स्थिति में पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं। जानकारी के अनुसार व्हाइट हाउस इस हमले से वाकिफ है और खुद ट्रंप मामले पर नजर रख रहे हैं।