Edited By Tanuja,Updated: 29 Apr, 2018 02:38 PM
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच संबंधों में सुधार का स्वागत करते ईरान ने कहा कि इसमे अमरीका की कोई भूमिका है क्योंकि उसने अपने वचनों का सम्मान नहीं किया है
तेहरानः उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच संबंधों में सुधार का स्वागत करते ईरान ने कहा कि इसमे अमरीका की कोई भूमिका है क्योंकि उसने अपने वचनों का सम्मान नहीं किया है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के बीच भेंटवार्ता क्षेत्रीय एवं वैश्विक स्थायित्व की दिशा में जिम्मेदार एवं प्रभावी कदम है।
मंत्रालय के प्रव्रक्ता बहराम घासेमी ने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप में शांति कायम करने की ऐतिहासिक नई पृष्ठभूमि दोनों प्रधान पक्ष ही बिना किसी अन्य देश के दखल के तैयार करें। उन्होंने एक बयान में कहा, खासकर परमाणु करार के संबंध में ईरान का पिछले 40 साल का अनुभव यह है कि अमरीकी सरकार मर्यादापूर्ण और भरोसेमंद नहीं है और वह अंतर्राष्ट्रीय वादों का सम्मान नहीं करती है।
ईरान ने प्रतिबंध राहत के एवज में अपने परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाते हुए अमरीका और पांच अन्य वैश्विक शक्तियों के साथ 2015 में संधि की थी। उसने दलील दी है कि अमरीका इस संधि का उल्लंघन कर बाहरी दुनिया के साथ उसके व्यापार में टांग अड़ाता रहा है। अब जब 12 मई को उस संधि के नवीकरण की बारी आई तो अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संधि से हटने की धमकी दे दी है।