Edited By Ashish panwar,Updated: 11 Jan, 2020 11:45 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान के साथ 2015 में शक्तिशाली देशों द्वारा किये गये परमाणु समझौते से हटने के अनुरोध को जर्मनी ने नकार दिया है। अमेरिका के परमाणु समझौते से 2018 में हटने के बाद हाल ही में ईरान ने भी समझौते से पूरी तरह हटकर...
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान के साथ 2015 में किये गये परमाणु समझौते से हटने के अनुरोध को जर्मनी ने नकार दिया है। अमेरिका के परमाणु समझौते से 2018 में हटने के बाद हाल ही में ईरान ने भी समझौते से पूरी तरह हटकर यूरेनियम का संवर्धन बढ़ाने की घोषणा कर दी है। जिसके चलते अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जर्मनी से इस परमाणु समझौते से हटने की अपील की है जिसे जर्मनी द्वारा नकार दिया गया है। दरअसल, जर्मनी भी 2015 में हुए परमाणु समझौते का एक अहम सदस्य देश है।
गौरतलब है कि, 2018 में अमेरिका के परमाणु समझौते से हटने के बाद हाल ही में ईरान ने भी समझौते से पूरी तरह अलग होकर यूरेनियम संवर्धन बढ़ाने की घोषणा की है। लेकिन अभी भी समझोतें से जुड़े बाकी देश (रूस, चीन और यूरोपीय देश) इस समझौते को बनाए रखने के पक्ष में हैं।
जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रेनल ब्रेउल ने कहा है कि हमारा लक्ष्य कैसे भी समझौते को बनाए रखना है। हम मानते हैं कि यह ईरान को परमाणु हथियारों से दूर रखने का सबसे उम्दा तरीका है। फ्रांस और ब्रिटेन की ओर से पहले ही इस तरह के बयान आ चुके हैं।
जर्मन प्रवक्ता ने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि समझौते से जुड़ी संभावनाओं पर फिर से विचार किया जाए और कूटनीतिक बातचीत के जरिये समस्याओं और आशंकाओं का निराकरण किया जाए। उन्होंने ईरान से भी अनुरोध किया है कि वह समझौते पर वापस लौटे और उससे अलग हटने की अपनी घोषणा को रद करें। हालांकि, ट्रंप ने बुधवार को ईरान के साथ युद्ध की अटकलों को नकारते हुए, परमाणु समझौते पर दस्तखत करने वाले देशों से, इस समझौते से हटने का अनुरोध किया है। ट्रंप के ईरान के साथ युद्ध की संभावनाओं से इंकार के बाद , शायद तीसरे विश्व युद्ध की अटकलों पर विराम लग गया है।