Edited By Ashish panwar,Updated: 18 Jan, 2020 05:36 PM
इराक सुरक्षा बलों की स्वात टीम के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है। जिसको तहत उन्होंने मोसुल शहर से आईएसआईस के बड़े नेता को दबोचा है जो सोशल मीडिया पर ''जेबा जेहादी'' के नाम से कुख्यात था। समाचार एजेंसी एएनआइ ने न्यूयॉर्क पोस्ट के हवाले से बताया है कि,...
इंटरनेशनल डेस्कः इराक सुरक्षा बलों की स्वात टीम के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है। जिसको तहत उन्होंने मोसुल शहर से आईएसआईस के बड़े नेता को दबोचा है जो सोशल मीडिया पर 'जेबा जेहादी' के नाम से कुख्यात था। समाचार एजेंसी एएनआइ ने न्यूयॉर्क पोस्ट के हवाले से बताया है कि, गिरफ्तारी के बाद स्वात दस्ते ने लगभग 250 किलो वजनी इस कट्टरपंथी नेता को पिकअप ट्रक में लोड किया क्योंकि यह पुलिस कार में नहीं समा रहा था। इराकी बलों ने अपने आधिकारिक बयान में इस चरमपंथी का नाम मुफ्ती अबू अब्दुल बारी बताया है जो कि सुरक्षा बलों के खिलाफ भड़काऊ भाषण के लिए कुख्यात है। इसे आतंकी संगठन आईएस का बेहद महत्वपूर्ण नेता माना जाता है। बयान में बताया गया है कि मुफ्ती अबू अब्दुल बारी ने उन मौलवियों और इस्लामिक विद्वानों की हत्याओं के फतवे जारी किए जिन्होंने आतंकी संगठन आईएस ISIS के प्रति अपनी निष्ठा रखने से इनकार कर दिया था।
लंदन के इस्लामी चरमपंथ विरोधी कार्यकर्ता माजिद नवाज ने अपनी फेसबुक पोस्ट में बारी और उसके कुकर्मों पर लंबी पोस्ट लिखी है। इस पोस्ट में उन्होंने इस चरमपंथी की तस्वीरें भी पोस्ट की हैं जिसमें वह भारी वजन के कारण बिस्तर पर लेटा हुआ है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि यह अच्छा है कि सीरियाइ, इराकी और अन्य लोग इस शख्स की गिरफ्तारी के गवाह बन रहे हैं। यह कट्टरपंथी मुफ्ती मोटापे की बीमारी ग्रस्त है। इसकी गिरफ्तारी आइएस के लिए किसी झटके से कम नहीं है जो समझता है कि खुदा उसके साथ हैं। माजिद नवाज अपनी पोस्ट में आगे लिखते हैं कि, इस विशाल शैतान की गिरफ्तारी आइएसआइएस ISIS के लिए मनोवैज्ञानिक आघात है। इसने इस्लाम के नाम पर अत्याचार के हर तरीके को जायज ठहराते हुए मरने मारने के लिए फतवे जारी किए। एक अन्य सोशल मीडिया पोस्ट में ब्रिटेन के मैकर गिफोर्ड ने मुफ्ती अबू अब्दुल बारी को 'जबा द जिहादी' के तौर पर उल्लेखित किया था। मैकर गिफोर्ड कुर्दिश मिलिशिया के साथ आईएस के खिलाफ लड़े थे।