Edited By ,Updated: 17 Nov, 2016 12:54 PM
इराकी शहर मोसुल जो कभी अपने शैक्षिक संस्थानों के लिए जाना जाता था आज अपने भविष्य पर रो रहा है।दरअसल पिछले 2 सालों से आई.एस का कब्जा होने...
मोसुल:इराकी शहर मोसुल जो कभी अपने शैक्षिक संस्थानों के लिए जाना जाता था आज अपने भविष्य पर रो रहा है।दरअसल पिछले 2 सालों से आई.एस का कब्जा होने के कारण आतंकियों ने वहां के बच्चों को अपनी ढाल बनाते हुए लगभग हर बच्चे को बंदूक चलाना सीखा ही दिया है।
इराकी मानवाधिकार आयोग के मुताबिक,आई.एस ने करीब 4,00,000 से भी ज्यादा बच्चों का ब्रेनवॉश किया है।आतंकियों ने बच्चों की पढ़ाई में बड़ा बदलाव करते हुए उनके सिलेबस को पूरी तरीके से धर्म और कट्टरता पर आधारित बना दिया।आयोग के मीडिया निदेशक जवाद अल-शामरी के मुताबिक,सिलेबस में बच्चों को बंदूक चलाना,आत्मघाती हमलावर बनाना,सुसाइड बेल्ट तैयार करना,महिलाओं को बंधक बनाना और दुश्मन को फंसाने की तरकीबें बताई गईं थीं।ऐसे में जब मोसुल को इराकी सेना पूरी तरह आजाद कराने वाली है, आई.एस द्वारा इन बच्चों का इस्तेमाल किए जाने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं।