Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 01:48 PM
आईएसआईएस की दरिंदगी से पूरी दुनिया वाकिफ है।
नई दिल्लीः आईएसआईएस की दरिंदगी से पूरी दुनिया वाकिफ है। लाेगाें काे सरेअाम माैत के घाट उतारना, गाेलियाें से भूनना और महिलाअाें काे कैद में रखकर उनका उत्पीड़न करना आईएस के दरिंदाें के लिए बेहद अाम सी बात है। ऐसी ही बर्बरता झेल चुकी एक यजीदी लड़की ने अपने दर्द काे बयां करते हुए कहा है कि आईएस की कैद में गुजारा वाे समय उसकी जिंदगी के सबसे भयानक पलों में से एक है। शबाना नाम की इस लड़की ने बताया कि जब वह 14 साल की थी, तब अगस्त 2014 में आईएस आतंकियों ने उत्तरी इराक पर हमला किया था। माउंट सिन्जर इलाके में यजीदी समेत कई समुदाय या धर्म से जुड़े लगभग 50,000 लोग आईएस द्वारा घेर लिए गए थे।
उसी समय शबाना को भी हजारों यजीदी लड़कियों की तरह अगवा कर लिया गया। उसने बताया, 6 महीने तक हर दिन मेरा रेप किया जाता, मैंने खुद को मारने की भी कोशिश की। लेकिन अातंकियाें ने न ताे मुझे मरने दिया और न ही भागने। 150 लड़कियों के बीच में से मुझे किसी लॉटरी के इनाम की तरह निकाला गया। वह एक दरिंदा था। जब एक दिन वह लड़ने के लिए गया तब वह मौका पाकर उसकी कैद से भाग निकली और एक शरणार्थी कैंप में पनाह लेकर अपनी जान बचाई।